माही की गूंज, मेघनगर।
मालवा डूंगर प्रांत वैसे ही आचार्य उमेश मुनि जी महाराज साहब एवं उनके शिष्य प्रवर्तक श्री जिनेंद्र मुनि जी महाराज साहब आदि साधु संतों का गढ़ माना जाता है। जहां धर्म के प्रति रुचि, संस्कार, तपस्या आदि नियमित रूप से चलती रहती है। इन क्षेत्रों में साधु-संतों के वर्षावास के वक्त युवाओं से लेकर बड़ों तक प्रतिवर्ष तपस्या बड़ चढ़कर ही होती रहती है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस बार गण परिषद एवं युवा संगठन इकाई ने मेघनगर में 5 दिवसीय आवासीय संस्कार शिविर मेघनगर में तत्वज्ञ पूज्य श्री धर्मेन्द्र मुनि जी, पूज्या श्री कीर्तिसुधा जी, पूज्या श्री मुक्तिप्रभा जी एवं पूज्या श्री संयमप्रभा जी के सानिध्य में लगाने का मन बनाया। जिसका आज सुबह शुभारंभ होकर ऐतिहासिक बच्चों की संख्या दर्ज हुई। लगभग 220 के करीब आसपास के क्षेत्रों से बच्चों की संख्या दर्ज हुई एवं 60 के करीब मेघनगर के बच्चों ने भाग लिया। इस तरह शिविर में भाग लेने वाले कुल बच्चो की संख्या 280 के आसपास दर्ज हुई।
शिविर की दिनचर्या में सुबह प्रार्थना से लेकर शाम को प्रतिक्रमण तक की प्रक्रिया को पूर्ण करने सुंदर व्यवस्था मेघनगर श्री संघ एवं युवा संगठन द्वारा की गई। जिसमें बच्चों को अधिक से अधिक संस्कार के साथ-साथ आवासीय व्यवस्था, भोजन व्यवस्था पर भी युवाओं द्वारा अधिक से अधिक बच्चों को कोई तकलीफ न हो इस बात का ध्यान दिया गया। यही बच्चे समाज की नीव है, जब नीव मजबूत होती है तो निश्चित ही एक सभ्य समाज का निर्माण होता है। गुरु भगवान के आशीर्वाद एवं प्रेरणा से ही यह लाभ निश्चित रूप से मेघनगर को प्राप्त हुआ। इस शिविर को स्मरणीय बनाने के लिए संघ अध्यक्ष मांगीलाल खेमसरा पदाधिकारी एवं युवा मंडल अध्यक्ष डॉक्टर अमित मेहता एवं पदाधिकारी ने इस आयोजन को भव्य रूप देने के लिए सभी युवा टीम, बालिका मंडल का आह्वान किया।