पुलिस चौकी से 100 मीटर की दुरी पर कैलाश व सुरेश प्रजापत का मकान जहाँ से बन्दूक की नोक पे चोरी को दिया अंजाम
कैलाश प्रजापत के घर में तिजोरी से नगदी व जेवरात पर चोट्टो ने किए हाथ साफ
रात भर नाकाम पुलिस गश्त करती रही, तो चोर रेकी कर-कर के रात
भर एक के बाद एक ताले तोड़-तोड़कर चोरी करते रहे
पुलिस अपनी नाकामी को भी पुरी बेखुबी के साथ करती है प्रदर्शित
माही की गूंज, खवासा।
पुलिस का भय अपराधियों में कितना है और नाकाम पुलिस अपनी
नाकामी को भी पूरी बेखुबी के साथ प्रदर्शित करने में कोई चूक नहीं करती है। इसका
उदाहरण खवासा में बुधवार-गुरुवार रात्रि में एक बार फिर देखने को मिला।
बुधवार-गुरूवार की मध्य रात्रि में नाकाम पुलिस रात भर गश्त
करती रही और चोर अपनी सक्रियता दिखाकर बेखौफ होकर एक-एक कर छह जगह ताले तोड़
चोरियों को अंजाम देते रहे। एक सीसी टीवी कैमरे में तीन चोट्टे देशी शराब दुकान के
पीछे 1ः15 बजे दिखाई दे
रहे हैं, जिन्होंने देशी
शराब दुकान के पीछे अवैध रूप से संचालित हो रही शंभूलाल चौहान की दुकान के ताले
तोड़े और दुकान में रखी चिल्लर व कुछ नगदी पर हाथ साफ किया। वही शंभूलाल चौहान के
ही मकान में जिसे किराए से दे रखा है जहां शराबियों के लिए चाखने की दुकान संचालित
है का भी ताला तोड़कर चोर अंदर घुसे और यहां से भी चिल्लर व कुछ नकदी के साथ
गुटखा-पाउच के पैकेट पर हाथ साफ किया।
जिसके बाद पुराने बॉयोडीजल पंप के स्थान पर रफीक चाचा का संचालित ढाबा जहां अवैध शराब भी बेची जाती है के आगे चोरो को 2 बजे के करीब देखा गया। जिसके बाद वहां से चोर गोपाल कॉलोनी में चोरी को अंजाम देने पहुंचे और गोपाल कॉलोनी में जहां चारों ओर से मकान होने के बावजूद होमगार्ड देवीलाल चरपोटा के निवास स्थान के सामने अपनी खेती की उपज को रखने के लिए मकान किराए से ले रखा, उक्त मकान का ताला तोड़ा। वही मकान के ताला टूटने की पड़ोस में रह रहे राजू कहार व परिवार जग गया और अंदर से ही कहते रहे कौन है-कौन है इसके बावजूद भी बेखौफ चोर थोड़ी देर अंदर मकान की तलाशी ली लेकिन वहां सोयाबीन के अलावा कोई कीमती सामान नहीं मिला, तो सामने कन्हैयालाल चौहान के मकान में किराए से रह रहा दुर्गेश भूरिया के मकान को टारगेट बनाया। दुर्गेश भूरिया परिवार के साथ रात 8 बजे ही अपने गांव मादलदा गया था और मकान के दरवाजे पर लगे ताले को तोड़ा। वही ताला तोड़ने के पहले पड़ोस में रह रहे होमगार्ड देवीलाल चरपोटा के मकान के दरवाजे पर आगे से कुंडी लगाई जिस पर देवीलाल चरपोटा की पत्नी सविता जोर-जोर से चिल्लाई की, हमारा दरवाजा कौन खोल रहा है और सामने से भी राजू कहार व परिवार चिल्लाता रहा, बावजूद करीब ढाई बजे किराएदार दुर्गेश भूरिया के मकान का ताला तोड़कर चोर अंदर घुसे और घर में रखा सामान बिखेर दिया और पेटी में रखे नगदी करीब 20 हजार रुपयों पर चोट्टो ने हाथ साफ किया। इसी दौरान पड़ोसी एवं सामने वाले चिल्लाते रहे तो भी चोर, चोरी को अंजाम देते रहे। और तो और भूखे चोरों ने तपेली में पड़े चावल व छाबडी में रखी रोटी भी खाई।
1:15 बजे बुधवार-गुरुवार की रात्रि में चोरियों को अंजाम देने हेतु बेखौफ होकर देशी शराब दुक़ान के पीछे खेत में तीन चोर घूमते नजर आए का एक सीसीटीवी में कैद वीडियो
जिसके बाद भी चोर गांव में रेकी कर चोरी की जुगत में रहे और चौकी से महज 100 मीटर के अंदर ही बामनिया मार्ग पर कैलाश पिता लालचंद्र प्रजापत के मकान को करीब 3ः15 बजे बाद टारगेट किया और मकान पर लगा ताला नहीं टूटने पर उसकी कुंडी को ही तोड़ अंदर घुसे, चोरो ने तिजोरी खोल पूरी तिजोरी में रखें सामान व कपड़ों को बिखरा। वही उसी कमरे में कैलाश प्रजापत की लड़की कविता अपने 2 माह के बच्चे के साथ पलंग पर सोई थी, जगने पर बंदूक दिखाकर कहां, तू चुपचाप सोई रे नहीं तो अच्छा नहीं होगा और नगदी पैसे व रकम कहां-कहां पर है पूछा। जिस पर कहा जो भी पैसे व रकम हे इसी अलमारी में है और बंदूक की नोक पर अलमारी में रखा चांदी का 500 ग्राम का कंदोरा, 3 जोड़ पायजब, 24 सोने के मोती का मंगलसूत्र आदि रकम के साथ 30 हजार से अधिक नगदी राशि चुरा ली। वही कैलाश प्रजापत की लड़की कविता के गले में पहना 10 मोती वाला सोने का मंगलसूत्र व सोने की बाली गले व कान से निकाल लिए। तो वही चोर चोरी करने के बाद रकम के जोहरी भी निकले जिन्होंने कविता के कान में लटकन को निकालने का प्रयास किया लेकिन चोट्टो ने हाथ लगाते ही लटकन को नकली बता दिया और नकली लटकन को कानों से नहीं निकाला। जिसके बाद चोट्टो ने कविता से पूछा पड़ोस में कौन रहता है, तो डर के मारे अपने काका सुरेश प्रजापत का नाम बताया और चोर बहार निकलते हुए कहते गए की चोरी करने फिर आएंगे और अभी चिल्लाना मत नहीं तो अच्छा नहीं होगा और बाहर निकल कर दरवाजे की कुंडी बाहर से लगाकर पड़ोस में रह रहे भाई सुरेश प्रजापत के मकान की भी कुंडी तोड़ी और अंदर घुसने का प्रयास किया कि, सुरेश प्रजापत की लड़की ने अंदर कमरे का दरवाजा बंद कर दूसरे कमरे में चली गई और अपने पिता व पुलिस को फोन लगाकर कहां, घर के अंदर चोर घुस रहे हैं। उक्त बात फोन पर होने की सुनने के बाद चोर वहां से भाग गए और परिवार के लोग ईंट की भट्टी से काम करते हुए भाग कर घर पर आए और सुरेश, कैलाश व परिवार ने दोनों लड़कियों को ढाढस बंधाया और कैलाश के यहां चोरी हुई सामग्री व नगदी की तसदिक कर पुलिस को सूचना दी।
यहां कैलाश सुरेश व कविता प्रजापत ने बताया कि, कैलाश उसका पुत्र
व पत्नी ईट के भट्टे पर कार्य करने के लिए
ढाई बजे मकान के आगे के दरवाजे पर ताला लगाकर गए थे। वही सुरेश अपने परिवार के साथ
3ः10 बजे ईंट के
भट्टे पर बाहर से ताला बंदकर कार्य हेतु गए थे। यहां भी सुरेश की लड़की घर के अंदर
सोई हुई थी। 3ः40 बजे के आसपास
सुरेश की लड़की का फोन आने पर परिवार घर आया। यानी चोट्टो ने पूरी रेकी कर सवा
तीन बजे से 3 बजकर 35 मिनिट के बीच
उक्त चोरी को अंजाम दिया।
माही की गूंज ने शाम साढ़े पांच बजे खवासा पुलिस से सभी
चोरियों की जानकारी ली, तो पुलिस अपनी
नाकामी को भी पूरी बेखुबी के साथ प्रदर्शित करते हुए नजर आए। चौकी प्रभारी श्री
गणावा ने बताया एफआईआर मात्र एक कैलाश प्रजापत की दर्ज की है।
कितनी नगदी व
कितने की रकम चोरी हुई है?
साहब ना तो रकम का मूल्य बता सके और ना ही कितनी राशि चोरी हुई बता सके। जब
फरियादी से एफआईआर की नकल देखी तो एफआईआर में पुलिस ने अपनी नाकामियों को पूरी तरह
से दर्शाया और उसमें ना हीं रकम की वजन का उल्लेख किया, ना ही उसका मूल्य
आका और ना ही नगदी रुपयों का आंकड़ा लिखा, कुछेक रुपयों की चोरी का उल्लेख कर एक ही रात
में 6 जगह ताले तोड़ने
पर मजबूरी में आकर एक जगह की गोलमोल रिपोर्ट दर्ज कर ली।
वही खिसियानी
पुलिस अपने आप को सही साबित करने के लिए कहती रही कि, 2 बजे रफीक चाचा
का फोन आया था उसके बाद हमने सभी ओर सजगता के साथ गश्त की। वही बामनिया मार्ग पर
भी 3ः30 बजे पुलिस गस्त
करने गई थी।
परंतु साहब आप तो यह बताएं आप जब 2 बजे से सक्रिय थे तो फिर इतने ताले कैसे टूटे...?
दुर्गेश भूरिया के मकान का ताला तोड़ पेटी में रखे 20 हज़ार रुपये पर हाथ साफ कर चोट्टो ने खाया खाना
ऊपर शंभु चौहान की अवैध शराब दुकान व चाखने की दुकान के ताले व कड़ी गोल घेरे में पड़े कुछ इस तरह से तोड़े चोट्टो ने
होमगार्ड देवीलाल चरपोटा की खेती की उपज रखे मकान का इस तरह से तोडा नकूचा
कैलाश प्रजापत की लड़की कविता के गले व कान से सोने की रकम, मंगलसूत्र व बाली चोट्टो ने लूट लिए पर नकली लटकन की परख कर नहीं चुराया