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ग्राम पंचायत ने अतिक्रमण हटाकर खुद ने किया पक्का अतिक्रमण
व्यापारी पहुंचे एसडीएम के पास, पंचायत ने रातों-रात बनवा दिया होज
माही की गूंज, बामनिया।
ग्राम पंचायत बामनिया इन दिनों मुख्य मार्ग पर रोज ठेला गाड़ी लगाकर व्यवसाय करने वाले दुकानदारो को हटाकर ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के प्रयास में लगी है। लेकिन इस व्यवस्था सुधार अभियान में ग्राम पंचायत अपनी शिकायतो को दबाने का और शिकायतकार्ताओ को दबाने के काम को भी अंजाम दे रही है। इतना ही नही ग्राम पंचायत अपना इतना आपा खो चुकी है, जिस स्थान पर शिकायतकार्ता के पिता की दुकान थी वहां से ठेलागाड़ी हटाकर ग्राम पंचायत ने रातों-रात पक्का निर्माण कर होज बना दिया। जिससे अब मुख्य मार्ग और नगर प्रिंस प्रशांत मार्ग पर से निकलने वाले वाहनों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
सब्जी मार्केट के साथ अन्य दुकानदारो को भी किया शिफ्ट
ग्राम का प्रिंस प्रशांत मार्ग जहा मुख्य चौराहे से लगी दुकानें आगे बढ़ती जाती है और सब्जी सहित कपड़े, मांसाहारी आदि की दुकानें वर्षों से लग रही है। मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति के कारण चौराहे पर लगने वाली दुकानो को हटाना था, लेकिन उन दुकानो के साथ प्रिंस प्रशान्त मार्ग पर लगने वाली दूसरी दुकानो को भी हटाकर पशु चिकित्सालय परिसर में भेज दिया। जिससे परेशान कपड़ा, मनिहारी सहित अन्य सब्जी और फ्रूट विक्रेताओं ने सोमवार को एसडीएम शिशिर गेमावत को उनकी दुकानें पुराने स्थान पर लगवाने की मांग की।
शिकायतकर्ता रमेश बसोड़ ने बताया कि, प्रिंस प्रशांत मार्ग रिहायसी इलाका होने से किसी प्रकार का यातायात बाधित नही हो रहा था, फिर भी ग्राम पंचायत द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायतो पर बदले की कार्रवाई कर जबरन दुकानदारो को परेशान किया जा रहा है। नए स्थान पर व्यापार नही चलने के कारण परिवार चलाने का संकट खड़ा होगा।
दिन में दिया आवेंदन, रात में पंचायत ने करवा दिया निर्माण
सोमवार के दिन एसडीएम को आवेंदन देने की जानकारी मिलने के बाद ग्राम पंचायत ने रात में मुख्य चौराहे पर बने मार्केट के पास एक होज बनाकर खुद का पक्का अतिक्रमण पंचायत ने ही कर लिया। पंचायत ने निर्माण क्यो किया? वो खुद भी बता नही पाई और सभी अतिक्रमण के स्थान को छोड़कर एक मात्र शिकायतकर्ता के परिवार को निशाना बनाने पर ग्राम पंचायत सरपंच पर भी सवाल खड़े हो रहे है। यदि ग्राम पंचायत अतिक्रमण हटाए गए सभी स्थानों की सुरक्षा करने को तैयार है, तो मुख्य चोराहे पर निर्माण कर खुद अतिक्रमण करने का क्या औचित्य है। कही न कही पूरा मामला बदले और शिकायतकर्ता को दबाने के लिए अंजाम दिया गया है।
नमो-नमो मोर्चा के जिलाध्यक्ष सचिन बसोड़ का कहना है कि, मेरे द्वारा ग्राम पंचायत में किए जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायत की गई है जिसको वापस लेने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन मेरे द्वारा शिकायत वापस नही लेने पर ग्राम पंचायत द्वारा बदले की भावना से मेरे पिता की दुकान हटवाकर वहाँ निर्माण कर दिया गया।
हाट बाजार को लेकर असमंजस बरकरार
ग्राम में वर्षो से प्रिंस प्रशान्त मार्ग पर बाजार लगता आ रहा है। लेकिन पिछले शनिवार को ग्राम पंचायत ने बिना किसी योजना के हाट बाजार भी नए स्थान पर शिफ्ट कर दिया। जिससे कई व्यापारी जो वर्षो से बामनिया के हाट से जुड़े थे वो निराश वापास लौट गए। जिन्होंने दुकान लगाई उनका कहना है, नए स्थान पर ही दुकानें लगी तो वो बामनिया हाट बन्द करके अन्य स्थान पर जाना शुरू कर देंगे। अब दो दिन बाद लगने वाले शनिवार के हाट बाजार को लेकर स्थानीय और बाहरी दुकानदारो में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। वही ग्राम पंचायत भी अब तक अपना रुख साफ नही कर रही है।