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एक माह बिताने को आया, जांच दल अब तक नही दे सका अपना प्रतिवेदन
मामलाः बामनिया पंचायत के दो वर्ष पहले फूटे तालाब का
माही की गूंज, बामनिया।
ग्राम पंचायत बामनिया में दो वर्ष पूर्व मनरेगा अंतर्गत बने 10 लाख की लागत के तालाब के दो वर्ष पहले फूटने के बाद से अभी तक घटिया निर्माण करने वालो पर कोई कार्रवाई नही हुई, न ही तालाब का निर्माण ग्राम पंचायत द्वारा दौबारा करवाया गया। मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की गई और समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला परियोजना अधिकारी मनोज भारस्कर के नेतृत्व में जांच दल 9 अगस्त को आया था, लेकिन जांच दल ने मौके पर केवल जांच के लिए आने का पंचनामा बनाया। मनोज भारस्कर का कहना था कि, रिकॉर्ड देख कर प्रतिवेदन तैयार करेंगे। लेकिन जांच दल के लगभग एक माह के करीब होने आया लेकिन जांच दल ने अब तक अपनी और से प्रतिवेदन नही दिया है।
मनरेगा परियोजना अधिकारी मनोज भारस्कर का कहना है कि, हमने तालाब निर्माण की पूरी फाइल, एमबी, बिल वाउचर और रिकॉर्ड लाने को कहा था, लेकिन अब तक रिकॉर्ड नही उपलब्ध नही करवाया गया, जिसके कारण प्रतिवेदन नही बन पाया है। जल्द प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर को प्रस्तुत किया जाएगा। हालांकि अधिकारी मौखिक रूप से भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण की पुष्टि कर चुके है।
भाजपा जिला मंत्री से जुड़ा मामला, रफा-दफा करने की कोशिश
ग्राम पंचायत बामनिया की सरपंच रामकन्या मखोड वर्तमान में जिला भाजपा मंत्री हैं। जिसके चलते मामले में राजनीतिक दबाव बनाकर दबाने की जानकारी भी मिल रही है। बताया जा रहा है, अधिकारी दबाव के चलते प्रतिवेदन बनाकर नही दे रहे है।