
शनिवार को नगर में कई मित्रो से की थी मुलाकात, आज वे कर रहे है शोक संवेदना
माही की गूंज, झाबुआ/मेघनगर।
पुरुषोत्तम प्रजापत झाबुआ जिले का एक ऐसा नाम जिसने पत्रकारिता के साथ राजनितिक व सहकारिता क्षेत्र में अपनी सक्रियता व कार्य के साथ अपनी एक छाप छोड़ी। श्री प्रजापत ने भारतीय जीवन बिमा निगम में भी कार्य किया जहां भी एक आयाम कमाया।
आपने यशवंत जी घोड़ावत व लक्ष्मीनारायण जी पाठक के समय में एक निष्पक्ष पत्रकारिता की, वही राजनीती के भीष्म पितामह कहे जाने वाले श्री पाठक को राजनितिक गुरु बनाकर भाजपा में अपनी एक पहचान बनाई। भाजपा में कई पदों पर रहकर संगठन के हितो के लिए कार्य किया। सहकारिता क्षेत्र में भी कई पदों पर रहे, वर्त्तमान में संस्थापक स्व. श्री लक्ष्मीनारायण पाठक ने जिस सहकारिता बैंक झाबुआ की स्थापना की उक्त सहकारिता बैंक के अध्यक्ष थे। मेघनगर के साथ पुरे जिले में अपनी पहचान बनाने वाले पुरुषोत्तम प्रजापत, प्रतिदिन अनुसार आज सुबह अपनी दिनचर्या अनुसार उठे और सुबह का कार्य कर सुबह साढ़े 7 बजे के करीब दूध पिया, जिसके बाद अचानक से उनका स्वास्थ्य ब्लड प्रेशर बढ़ जाने से बिगड़ा और एक वॉमिटिंग के साथ ही परिवार ने डॉक्टर को चेकअप के लिए तत्काल बुलवाया, डॉक्टर ने चेकअप करते ही हृदयघात से मौत हो जाना बताया।
उक्त सुचना जैसे ही नगर के साथ जिले में लगी कि, पुरुषोत्तम प्रजापत के असमय इस तरह से चले जाना हर किसी को आश्चर्यचकित कर गया। मृत्यु की सुचना के साथ ही राजनितिक, सहकारिता व पत्रकारिता क्षेत्र में भी शोक की लहर छा गई। बताया जा रहा है कि, श्री प्रजापत कल शनिवार को बाजार में अपनी बाइक से निकले थे जिस समय कई मित्रो से मुलाकात की, इतना ही नहीं बाइक में कुछ खराबी हो जाने पर सुधरवाया भी, उन सभी ने भी आज यह बुरी खबर सुनते ही नगर में अपनी-अपनी मुलाकात के बारे में चर्चा कर शोक संवेदना व्यक्त कर रहे है।