एसडीओपी और थाना प्रभारी ने किया बामनिया का दौरा, मुस्लिम सदर और काजी को दिए जरूरी निर्देश
माही की गूंज , बामनिया
एक माह के रमजान के बाद मुस्लिम समाज द्वारा मनाए जाने वाले ईद का त्यौहार कल मनाया जाएगा। कोरोना वायरस कोविड-19 को लेकर चल रहे लॉकडाउन व कोरोना की चैन तोड़ने के लिए सामाजिक दुरी आवश्यक रूप से बनाए रखने के लिए कई बड़े त्यौहार परिवारों में सिमट कर रह गए और मुस्लिम समाज के इस बड़े त्यौहार पर भी कोरोना वायरस की काली छाया का प्रभाव रहेगा। मुस्लिम धर्मावली भी कोई बड़ा आयोजन या जुलूस नही निकाल सकेंगे, मस्जिद और ईदगाह तक पांच-पांच लोग सोशल डिस्टेंस और मास्क के साथ जा कर नमाज़ अदा कर सकेंगे ।
शासन के निर्देशों का पालन कर शांति और सोहार्द के साथ ही मनाई जायगी ईद
पेटलावद एसडीओपी बबिता बामनिया और थाना प्रभारी संजय रावत रात के 8 बजे के लगभग चौकी पर पहुँचे ओर मुस्लिम समाज के सदर ओर नगर काजी को बुलाकर ईद का त्यौहार घर पर ही रह कर शांति और सौहार्द के साथ मनाने की बात कही। मस्जिद और ईदगाह पर केवल 5-5 लोगो को जाने की अनुमति रहेगी। एसडीओपी बबिता बामनिया ने कहा कि, कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन हैं और हम सब को मिलकर कोरोना संक्रमण से लड़ना है, किसी प्रकार से कोई माहौल नही बिगड़े इसका धयान हम सब को रखना है। थाना प्रभारी संजय रावत ने चौकी प्रभारी सोलंकी को सुबह से व्यवस्था बनाये रखने और शाम को 7 बजे बाद मेडिकल सहित सभी दुकाने बन्द करवाने के निर्देश दिए। वही काजी व सदर ने भी आश्वस्त किया कि, पूरा मुस्लिम समाज कोरोना की जंग जितने में हर संभव सहयोग करेगा व ईद का त्यौहार शांति और सोहार्द के साथ ही शासन के निर्देशों के अनुसार ही मनाया जायगा।