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विश्व कल्याण की कामना के साथ मनाई शनिदेव की जन्म जयंती
माही की गूंज, मेघनगर
न्याय के देवता शनिदेव की जन्म जयंती गुरुवार अमावस के दिन मेघनगर के शंकर मंदिर में नगर के श्रद्धालु के द्वारा मनाई गई। नगर के श्रद्धालुगण मंदिर में भगवान की पूजा कर शनि देव को तेल व प्रसाद चढ़ाकर पूजा अर्चना की। जिन्हें शनि की साढ़ेसाती है और शनि की ढैया है उन लोगों ने शनिदेव की पूजाकर प्रसन्न किया और आशीर्वाद लिया। शनिदेव के बारे में कहा जाता है कि, शनिदेव जिस पर कृपा बरसाते है वो लीला लहर हो जाता है एवं शनि की साढ़े साती के बारे मे भी कई धारणाये है। पुराणों में बताया गया है कि, अमावस्या के दिन शनि देवता का जन्म हुआ था इसलिए आज के दिन शनिअमावस्या के रूप मे मनाया जाता है। नगर में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भंडारे का आयोजन नहीं किया गया परंतु शनि मंदिर पर विशेष हवन पूजन एवं छप्पन भोग व विश्व कल्याण की कामना के साथ महाआरती की गई। जिसमे समाजसेवी एवं भक्तो का विशेष सहयोग रहा। प्राचीन मेघश्वर महादेव मंदिर के महंत बद्रीदास जी महाराज एवं पुजारी के साथ शनि भक्तो का विशेष योगदान रहा।