मंडल अध्यक्ष तोलसिंग गणावा ने मंत्री जी से खवासा में महाविद्यालय खोले जाने की मांग की
माही की गूंज, खवासा
बुधवार को झाबुआ में हुई आपदा प्रबंधन की बैठक मे शामिल हुए कोरोना प्रभारी मंत्री हरदीपसिंह डंग आज थांदला होते हुए खवासा पहुचे, जहा पर भाजपा कार्यकताओ ने उनका पुष्प मालाओ से स्वागत किया। खवासा मंडल अध्यक्ष तोलसिंग गणावा ने खवासा में महाविद्यालय के लिए मांग की। श्री डंग ने पत्रकारो के माध्यम से कहा आमजन सभी सुरक्षित रहे और वैक्सीन अवश्य लगावे, कोरोना की यह दुसरी लहर खतरनाक है, हमे कोविड के नियमो का पालन आवश्यक रूप से करना है, वैक्सीन लगाने से कोरोना को हराया जा सकता है कहा। उसके बाद श्री डंग खवासा सरपंच रमेश बारिया के घर पहुचे जंहा उनकी माता के देहांत होने पर शोक सवेदना कर अपनी विधानसभा क्षेत्र सुवासरा के लिए रवाना हो गए।
डंग अस्पताल के पास पहुचे पर अस्पताल का नही लिया जायजा
आज का समय कोरोना के संक्रमण के साथ आमजन के लिए और सरकार के लिए भी विकट हो गया है और सरकार में बेठे जनप्रतिनिधि खासकर कोविड-19 से निजात पाने के लिए जवाबदेही दी गई है, उन्हे जंहा पर भी उनका दौरा हो या उनका काफिला गुजर रहा हो वंहा की स्थानीय स्वास्थ्य व्यवस्थाओ से रूबरू होकर निरिक्षण कर जायजा लेना आवश्यक है, न की सिर्फ मीडिया के सामने लाल-लपेटी बाते कर अपना संदेश पहुचाकर अपने कार्य की इतिश्री करे।
बतादे श्री डंग को खरगोन व झाबुआ जिले का कोविड से निजात दिलाने का प्रभारी मंत्री बनाया है और इन दोनो जिलो की जनता अब श्री डंग पर आश्रित होकर अपेक्षा करती है कि, वे स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग में कसावट लाकर अपने दायित्व का र्निवहन कर इस कोरोना संक्रमण से जीतने के लिए कार्य करे। लेकिन मंत्री जी आम जनता के हालात को दुरूस्त करने के लिए अपने क्षेत्र में दौरा करने के दौरान अपने कार्यकर्ताओ को खुश करने में ज्यादा दिल चस्पी रखते है ऐसा वे ही सार्वजनिक कर रहे है। जिसका एक छोटा सा उदाहरण खवासा में देखा जा सकता है।
मंत्री जी ने खवासा भाजपाई कार्यकर्ताओ से मिलने के लिए खवासा में रूकने का आयोजन निर्धारित किया और निर्धारित आयोजन अनुरूप जिलाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह नायक के साथ मंत्री जी का काफिला खवासा भाजपा मंडल कार्यलय के आगे रूका। कार्यकर्ताओ ने मंत्री जी का मालाओ के साथ स्वागत किया, महाविद्यालय की मांग की और पूर्व मण्डल अध्यक्ष व खवासा प्रधान रमेश बारिया की माता जी का देहांत होने पर खवासा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने स्थित रमेश बारिया के निवास स्थान पर पहुचे ओर मंत्री जी रवाना हो गए! क्या मंत्री जी का दायित्व यह नही था कि, जंहा उनका काफिला रूका वहा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है तो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर स्थानीय स्वास्थ्य सम्बंधी जानकारी लेते?
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर व स्टाफ को क्या परेशानी है और कोई परेशानी होती, जिसका निराकरण उन्हे करना था या नही? का प्रश्न मंत्री जी के काफिले के जाने के बाद आम चर्चा का विषय बना हुआ है।
वही यह भी चर्चारत है कि, वहा पर मंडल अध्यक्ष व जिलाध्यक्ष भी थे, तो क्या खवासा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर एवं स्टाफ की कमी है जो बताते और वे मंत्री जी को स्वास्थ्य व्यवस्था सम्बंधी जो स्थानीय अव्यवस्था है को बताते तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का जायजा करवाकर डॉक्टर व स्टाफ से रूबरू मंत्री जी को करवाते, तो तय है कुछ परेशानीयो का समाधान मंत्री जी भी करते। पर यहा तो कार्यकर्ता व नेता, मंत्री जी का स्वागत कर उनको खुश करने में रहे, तो वही मंत्री जी भी अपने स्वागत व सम्मान को महत्ता देकर कार्यकर्ताओ को खुश कर रवाना हो गए।
क्या जिन्हे कोविड से निपटने के लिए हर एक अपने प्रभाव के गावं में जाकर स्वास्थ्य सुविधा का जायजा लेकर कोरोना से जीतने के लिए त्वरीत निर्णय लेकर स्थानीय सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए जिन्हे झाबुआ जिले का प्रभार प्रभारी मंत्री के रूप में दिया गया है, उन्हे इस तरह स्वास्थ्य व्यवस्थाओ का जायजा लेने की बजाए, क्या सिर्फ कार्यकर्ताओ को खुश कर इस तरह से उनका जाना सही था?
क्या हम मंत्री जी के इस तरह के दायित्चो के निर्वहन के साथ जल्दी कोरोना संक्रमण से निजाद पा सकते है? ये जनता निर्णय करे।
प्रधान रमेश बारिया के यहाँ शोक सवेदना हेतु पहुंचे मंत्री जी
मंत्री श्री डंग ने क्या कहा देखे यह वीडियो एक क्लिक में...