बिना परमिट और फिटनेस के आखिर कैसे सड़को पर दौड़ रहे है वाहन
माही की गूंज, बामनिया
विगत माह 21 फरवरी को हुई एक सड़क दुर्घटना में रतलाम जिले के नामली के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। दुर्घटना को अंजाम देने वाली बस मौके से फरार हो गई थी लेकिन प्रत्यक्ष दर्शियों और सीसी टीवी फुटेज में बस कैद हो गई थी, तब से पुलिस उक्त हत्यारिन बस की तलाश में जुटी हुई थी। बताया जा रहा है, पुलिस ने बस की काफी तलाश की लेकिन बस मालिक ने बस को छुपा दिया और दुर्घटना के मामले को रफा-दफा करने का भरसक प्रयास किया जो सम्भव नही हो पाया। बाद में पुलिस को बस ओर बस मालिक की जानकारी मिली कि, बस मेघनगर के रंभापुर क्षेत्र की है तब से लगातार बस को जप्त करने का प्रयास किया जा रहा था। पुलिस द्वारा लगातार प्रयास के बाद शनिवार को हत्यारिन बस क्रमांक एमपी 45 पी 1550 जप्त कर ड्राइवर को गिरफ्तार कर चैकी पर लाया गया, जिसके बाद ड्राइवर को न्यायालय पेश किया गया।
चैकी प्रभारी नरेश ननमा ने बताया कि, 304 का प्रकरण बनाया गया है और परमिट नही होने के कारण बस मालिक को भी आरोपी बनाया जाएगा व बस पर यातायात नियमो के हिसाब से कार्रवाई के लिए यातायात विभाग के प्रकरण भेजा जाएगा।
बिना परमिट के दौड़ रही थी बस
सांई राम बस जिस पर मेघनगर से कोटा चलना लिखा हुआ है, बस लम्बे समय से बिना परमिट के सड़क पर दौड़ रही थी जिसका खुलासा 21 फरवरी को हुई दुर्घटना के बाद हुआ। बड़ा सवाल ये खड़ा हो रहा है कि, बस कोटा राजस्थान तक चल रही थी। बताया जा है कि, बस का फिटनेस भी नही है। ऐसा नही की ये एक ही बस, यातायात विभाग की मिलीभगत से बिना परमिट के सड़को पर दौड़ रही है, जिले में यातायात विभाग की नाक के नीचे कई बसे बिना परमिट के दौड़ रही है।