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संस्था में अपना कब्जा जमाकर बैठा भ्रष्ट चैनसिंह।
सूर्य कुमार तोमर जांचकर्ता अधिकारी।
माही की गूंज के समाचार का उल्लेख कर भ्रष्ट प्रबंधक चैनसिंह को खाद्यान्न हेरा-फेरी में हटाने के दिए आदेश की प्रति।
कार्रवाई व जांच को प्रभावित करने का अथक प्रयास कर रहा चैनसिंह
माही की गूंज, खवासा/भामल
भामल की आ.जा. सहकारी संस्था में प्रबंधक के पद पर पदस्थ रहा चैनसिंह राठौड़ एक ऐसा नाम है, जो संस्था व उपभोक्ताओं को अपने भ्रष्टाचार के साथ एक से बढ़कर एक कारनामे कर चूना लगा-लगाकर अपने लाखों के व्यारे-न्यारे किए। पूर्व में भृष्ट चैनसिंह की कई शिकायतें भी हुई परंतु सदैव नेताओं के तलवे चाटकर एवं अधिकारियों से सांठ-गांठ कर अपनी काली कमाई का हिस्सा दे-देकर सदैव बचता आया है और भामल में आ-आकर मुछो पे ताऊ दे-देकर खुलेआम कहता रहा है कि, मेरा कोई क्या बिगाड़ सकता है मैं चाहे कुछ भी करूं पर मेरा कुछ नहीं बिगड़ने वाला। इतना ही नहीं चैनसिंह राठौड़ एक ऐसा नाम है जिसने भामल ही नहीं खवासा की आ.जा. सहकारी संस्था में चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, अपने ही सगे बड़े भाई भगवान सिंह राठौर की पत्नी यानी चैनसिंह की सगी भाभी श्रीमती धापू बाई जिसने कभी खवासा की आ.जा. सहकारी संस्था का मुंह तक नहीं देखा था, साथ ही चैनसिंह के भतीजे विक्रमसिंह और नाहरसिंह तीनों के नाम से साथ में 2012 को प्रथक-प्रथक फर्जी खाते खोल क्रमशः 1 लाख 40 हजार रूपए कुल 4 लाख 42 हजार रुपए शाखा से फर्जी रूप से चेक क्र. 72627, 72623 और 72624 जारी कर राशि आहरण कर ली गई। जिसकी संस्था द्वारा ऋण माफी की सूची चस्पा होने के पूर्व तक मां एवं दो पुत्रों को किसी प्रकार की कोई उगाई या रिकवरी के लिए कोई नोटिस तालीम नहीं किया, जबकि कमलनाथ सरकार की किसान ऋण माफी सूची ग्राम पंचायत पर चस्पा हुई, जिसमें कर्जदार के रूप में धापू बाई, पुत्र विक्रमसिंह व नाहरसिंह का नाम होकर दो-दो लाख रुपए की ऋण माफी सूची देखने पर पता चला कि, किसी ने फर्जी खाते खोल कर तीनों के नाम से जीरो प्रतिशत ब्याज से मिलने वाला ऋण फर्जी रूप से आहरण किया गया है। जिसके बाद झाबुआ कलेक्टर कार्यालय में भगवान सिंह राठौड़ ने 5 मार्च 2019 को जनसुनवाई में शिकायत क्र. 47984 पर उसकी पत्नी व दो पुत्रों के नाम से निकाली गई फर्जी ऋण राशि की जांचकर फर्जी रूप से आहरण करने वाले व्यक्ति एवं अधिकारी, कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई हेतु शिकायत की गई थी, परंतु विभाग से लेकर पुलिस तक मामले में जांच की इतना ही नहीं भगवान सिंह एवं परिवार ने अपने कथन भी चैनसिंह द्वारा ही फर्जी राशि संस्था से आहरण की है, दे चुके है। परंतु चैनसिंह ने कांग्रेस व भाजपाइयों के तलवे चाटकर अधिकारियों के साथ सांठ-गांठ कर मामले को अभी तक ठंडे बस्ते में डाल दिया।
भ्रष्टाचार करने का आदि है चैनसिंह, अपनी ही गाड़ी में की खाद्यान्न की हेरा-फेरी
3 मार्च को अपनी ही कार क्र. एमपी 45 सी 0647 से सेल्समैन को आदेश देकर शाखा प्रबंधक चेनसिंह ने अपनी गाड़ी में बाजरा के कट्टे डिक्की में व खाली बारदान गाड़ी में रख, खाद्यान्न और खाली बारदान की हेरा-फेरी करने का मामला माही की गूंज ने पिछले अंक 4 मार्च को ‘‘आ.जा. सहकारी संस्था का मैनेजर चैनसिंह दिन-दहाड़े खाद्यान्न और खाली बारदान की कर रहा हेरा-फेरी‘‘, ‘‘मामला उजागर होने पर मैनेजर के साथ सेल्समैन भी आया हरकत में‘‘ शीर्षक के साथ समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
उक्त समाचार प्रकाशित होने के बाद अधिकारी हरकत में आए और 5 मार्च को ही जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित झाबुआ शाखा बामनिया के प्रबंधक ने आ.जा. सहकारी संस्था के प्रबंधक चैनसिंह राठौर के संबंध में आदेश जारी कर चेनसिंह को संस्था प्रबंधक के पद से हटाया जाए का आदेश पत्र क्रमांक 138/2020-21 से जारी किया। आदेश में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया कि, 4 मार्च को माही की गूंज समाचार पत्र में प्रकाशित चैनसिंह राठौर द्वारा आ.जा. भामल की सामाजिक वितरण प्रणाली दुकान भामल से अवैध रूप से खाद्यान्न एवं खाली बारदान निजी उपयोग हेतु परिवहन करते हुए पाया गया है, जो कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली आवश्यक अधिनियम के अंतर्गत अपराध की श्रेणी में आता है। अतः संस्था प्रबंधक के पद से चैनसिंह को हटाया जाए तथा संस्था का चार्ज प्रभारी कमलेश कुमार पाटीदार को अन्य व्यवस्था होने तक संस्था का प्रभार प्रदान कराया जाए, का आदेश पारित किया।
साथ ही आदेश में विगत 3 वर्ष से बारदान एवं खाद्यान्न का स्टाक वितरण 7 दिवस में जांचकर जांच प्रतिवेदन शाखा में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
एक सप्ताह के बाद भी अधिकारी के पास नहीं आया जवाब?
चैनसिंह द्वारा की गई खाद्यान्न की हेरा-फेरी मामले में चैनसिंह को भले ही हटाने के आदेश जारी कर दिए हो, परंतु चैनसिंह के भ्रष्टाचार एवं उसकी सांठ-गांठ के आगे ऐसे आदेश सरेआम डस्टबिन की टोकरी में डालकर अपने आपको कलेक्टर से बड़ा मान अपनी ताकत को सार्वजनिक प्रदर्शित कर अधिकारियों को भी अपनी पैरों की जूती मानकर अपने पद पर पदस्थ होकर कार्यकर जाच को भी प्रभावित करने का प्रयास कर, इस मामले में भी नेताओं के तलवे चाटकर बचने का भरचक प्रयास भ्रष्ट मुछधारी चैनसिंह कर रहा है।
मामले में आदेश के बाद कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सूर्य कुमार तोमर ने जांच प्रतिवेदन मौके पर जाकर जांचकर बनाया। श्री तोमर ने बताया कि, कार्रवाई एसडीएम जी ही करेंगे मैरे द्वारा जांच प्रतिवेदन वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एसडीएम मैडम को भी दे दिया है, हां जांच में पाया गया कि, चैनसिंह खाद्यान्न व खाद्यान्न के खाली बारदाना की हेरा-फेरी कर अपनी गाड़ी में रखकर ले गया था, जो मैरे द्वारा पंचनामा प्रतिवेदन बनाकर एसडीएम महोदय को भी दे दिया।
इस संबंध में जब थांदला एसडीएम ज्योति परस्ते से बात की तो गूंज को बताया, कार्रवाई चल रही है जवाब मांगा था पर जवाब अभी तक नहीं आया।
अब सवाल यह उठता है कि, एसडीएम साहिबा आखिर किस बात का जवाब कार्रवाई हेतु चाहती है? ये तो वे ही जाने। जबकि जांच प्रतिवेदन में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी तोमर द्वारा स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि, विधि विरुद्ध खाद्यान्न की हेरा-फेरी कर अपनी गाड़ी में प्रबंधक चैनसिंह खाद्यान्न और खाद्यान्न के खाली बारदाना रखकर ले गया था पाया गया है।
निरन्तर...
बीमार कर्मचारी को प्रभारी प्रबंधक का चार्ज लेने के आदेश आखिर क्यों किए जारी?
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