शिक्षक के पुत्र से व्हाट्सएप स्टेटस लगाकर भाजपा नेताओं को दिया धन्यवाद, सोशल मीडिया पर उड़ी खिल्ली
माही की गूंज, पेटलावद/बामनिया।
सरकार की चल रही ट्रांसफर नीति में पहले से लेन-देन के आरोप अधिकारीयो ओर नेताओं पर लगते रहे है। विधानसभा चुनाव के पहले शुरू की गई ट्रांसफर नीति समझो कुछ नेताओं को चुनाव से पहले दीवाली बोनस के रूप में मिल गया। जिसके चलते नेता अपने-अपने स्तर पर जुगाड़ कर माल छापने का काम ट्रांसफर के नाम पर कर रहे है। ट्रांसफर के इस खेल में मध्यप्रदेश सरकार स्थानीय नेताओं और अधिकारियों की लापरवाही की वजह से घिरती नजर आ रही है। यहां 7 जुलाई को जारी स्थान्तरित शिक्षकों की सूची आते है स्थानीय प्रशासन और नेता हसी का पात्र बन गए जब सूची में लगभग ढाई माह पूर्व रिटायर्ड हो चुके शिक्षक सज्जनसिंह डामर को बामनिया से पिटोल झाबुआ विकास खण्ड कर दिया गया। शिक्षक का नाम स्तान्तरण की सूची में शामिल मिला।
मामला जैसे ही रिटायर्ड शिक्षक के पुत्र के संज्ञान में आया शिक्षक के पुत्र ने सोशल मीडिया पर स्तान्तरण के आदेश की कॉपी के साथ रिटायर्ड पिता के स्तान्तरण के लिए भाजपा सरकार और भाजपा नेताओं को बधाई दी। इस स्टेटस के बाद सोशल मीडिया पर इस ट्रांसफर की लेकर भाजपा की जम की खिल्ली उड़ाई गई।