माही की गूंज, थांदला।
अंचल में गणगौर पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। नगर के कई स्थानों पर मंदिरों में गणगौर की मूर्तियों को आकर्षक रूप से सजाया गया। शिव और पार्वती का रूप देकर गणगौर माता की पूजा की गई।
शुक्रवार अल सुबह से ही महिलाएं वस्त्र आभूषण से सज धज कर शिव और पार्वती की पूजा की थाली हाथ में लेकर मंदिरों वह घरों में जाति नजर आई। नगर के होली चौक चारभुजा मंदिर इंद्रपुरी कॉलोनी आदि जगह पर गणगौर की स्थापना कर पूजा विधि विधान से की गई। वही गुजरात के गोधरा में रहने वाली मालवा अंचल में वैशाली तिवारी ने भी अपने शादी के बाद पहली गणगौर पूजा गुजरात से आकर अपने मामा के घर की। क्योंकि गुजरात में यह पर्व नहीं मनाया जाता है। गणगौर पूजन के लिए महिलाएं शिव पार्वती की पूजा कर आपस में गीत गाकर अपने पति का नाम भी लेती है व उसकी लंबी उम्र व परिवार की सुख समृद्धि की कामना करती है। शाम को नदी किनारे ले जाकर तीज माता को पानी पिला कर विसर्जन कर अपना व्रत खोलती है।