माही की गूंज, डेस्क न्यूज़ कलिंजरा/बांसवाड़ा(राज.)।
यह सही है की मौत कब, कहां और कैसे आ जाए यह कोई नहीं जानता। एक ऐसी ही दुर्घटना दिल दहला देने वाली सामने आई जिसमें एक पिता के घर 12 दिन बाद अपने बेटे व बेटी की शादी की शहनाई बजना थी और आज एक दुर्घटना में उस पिता के साथ भाई व भतीजे की दर्दनाक मौत हो गई।
गुजरात के पाटडिया / सुखसर निवासी जयेश कुमार पिता मोहनलाल अपनी बेटी व बेटे की शादी की पत्रिका भाई हसमुखलाल पिता मोहनलाल व भतीजे रोहित पिता भरतलाल के साथ बांट रहे थे।
इसी कड़ी में गुजरात के झालोद में आज कलाल समाज के एक परिवार में शादी समारोह में शरीक होने गए थे। अपने बेटे-बेटी की शादी की पत्रिका भी समाजजनों को झालोद शादी समारोह में वितरित कर अन्य एक शादी समारोह को अटेंड करने हेतु बांसवाड़ा कार क्रमांक जीजे 20 एक्यू 3210 से जा रहे थे कि, राजस्थान के भीलकुआं के आगे बांसवाड़ा मार्ग पर हेजामाल फंटे पर वाहन से क्रॉसिंग करते समय बांसवाड़ा की ओर से आ रहे डंपर क्रमांक जीजे 16 एवी 6362 से ऐसी दर्दनाक भिड़ंत हुई कि, कार पूरी तरह से चकना चूर होकर उसकी दिशा ही बदल गई। कार में सवार वह पिता जिसकी बेटे व बेटी की शादी की शहनाई 22 फरवरी को बजना थी। जयेश पिता मोहनलाल, भाई हंसमुखलाल पिता मोहनलाल, भतीजा रोहित पिता भरतलाल मायल (कलाल) की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
जिनके शव को भी बड़ी मशक्कत के साथ कार से बाहर निकाला गया। तीनों का पोस्टमार्टम कलिंजरा में किया गया। पोस्टमार्टम के बाद आज रात में ही सुखसर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। उक्त दर्दनाक घटना के बाद पूरे परिवार के साथ समाज व क्षेत्र में शोक की लहर छा गई और हर कोई सोशल मीडिया पर भी उक्त दुर्घटना में हुई मौत पर शोक व्यक्त करते हुए अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी जा रही है।