माही की गूंज, थांदला।
खेल मेले के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में छुपी प्रतिभा निखर आती है। खेल के माध्यम से मन व मस्तिष्क हमेशा ऊर्जावान बने रहते हैं। खेल से प्रतिभाएं अपना करियर किसी भी प्रशासनिक सेवा में आकर उसे प्रदर्शित कर विभाग व देश का नाम रोशन कर सकती है। हाल ही में राष्ट्रीय ओलंपिक में राजस्थान की बेटी प्रीति सिंह ने गोल्ड मेडल जीतकर यह दर्शा दिया है कि बेटियां फूल नहीं चिंगारी है।
उक्त उदबोधन झाबुआ कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह ने दशहरा मैदान में आयोजित खेल युवा महोत्सव की शुरुआत में मुख्य अतिथि के रुप में कहीं। कलेक्टर ने बेटियों से पढ़कर स्वयं के साथ देश का नाम रोशन करने की भी अपील की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पुलिस कप्तान आगम जैन ने भी खेल में आत्मनिर्भरता के साथ असामाजिक तत्वों को कुचलने में बेटियां द्वारा कराटो का करतब दिखाकर स्वयं की रक्षा कर रही है के बारे में बताया। विशेष अतिथि माया सोलंकी थी।
आयोजित खेल मेले में भाजपा अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भाभर व ओम प्रकाश भट्ट ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन राजेश वैद्य ने व आभार मनीष मईडा ने व्यक्त किया। आज इस कार्यक्रम में अतिथियों व खेल टीचरों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष पोनी बाई डामोर, जनपद उपाध्यक्ष श्रीमतीमाया प्रेम सिंह चौधरी, नगर परिषद उपाध्यक्ष पंकज राठौड, सुनील पणदा, खेल संयोजक जसवंत बामनिया, राजेश चरपोटा, मंडल अध्यक्ष समर्थ उपाध्याय, प्रशांत उपाध्याय, मोटू, राकेश सोनी, गोलू उपाध्याय सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।