माही की गूंज, थांदला।
स्थानीय गवली समाज एवं सांवलिया सेठ मंदिर समिति थांदला द्वारा इस वर्ष बड़े हर्ष और उल्लास के साथ भुंजरिया पर्व मनाया गया। नाग पंचमी के दिन से भुंजरिया पर्व की शुरुआत होती है। इस दिन समाज की बालिकाएं एवं महिलाएं खेतों से मिट्टी लाकर अपने अपने घरों में भुंजरिया बोती हैं तथा राखी के दूसरे दिन इन बुंदेली आपको बड़े हर्षोल्लास के साथ विसर्जन किया जाता है। इस वर्ष भी भुजरिया पर्व में गवली समाज के सदस्य गण अपनी पारंपरिक वेशभूषा धोती, कुर्ता एवं साफा जो कि एक जैसे कलर के परिधान में थे। भगवा कलर का कुर्ता और भगवा और हरा कलर का साफा साथ में सफेद कलर में धोती बहुत ही आकर्षित कर रही थी। जुलूस में ढोल बैंड और बग्गी के साथ अपनी परंपरा अनुसार सांवलिया सेठ मंदिर से जुलूस प्रारंभ हुआ जिसमें तिरंगा भी शामिल था। बीच-बीच में भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारों की गूंज सुनाई दे रही थी। सांवलिया सेठ मंदिर से अंबे माता मंदिर मठ वाला कुआं पर डांडिया रास किया सीधे आजाद चौक पर जाकर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा को माला पहनाकर उनके साथ तिरंगा लेकर समाज जनों ने फोटो खिंचाई। आजाद चौक में भगवा कलर मानो ऐसा प्रतीत हो रहा था। जुलूस पीरागे पिपली चौराहे से गांधी चौक एवं पुराना पोस्ट ऑफिस चौराहे पर एक बार पुनः डांडिया रास की चौकड़ी जमाई। महिलाएं एवं बालिकाएं आपने एक जैसे परिधान में थी। जगह-जगह पर उन्होंने भी गरबा राज खेला परंपरा अनुसार भुजरिया को लेकर घोड़ा कुंड तट पर पहुंचे और वहां पर विधिवत विसर्जन किया। सभी ने यह कामना की कि सब लोगों स्वस्थ रहे निरोगी रहे सभी का विकास हो सभी को रोजगार मिले फसल की अच्छी पैदावार हो बहुत अच्छी वर्षा हो अंत में सभी समाजन ने अपने आराध्य देव श्री सांवलिया सेठ के चरणों में भुंजरिया अर्पित कर आशीर्वाद लिया। समाज जनों ने आपस में एक दूसरे को गले मिलकर वर्ष भर में कहासुनी हुई हो उसके लिए एक-दूसरे से माफी मांगी। और छोटो ने बड़ों के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
उक्त कार्यक्रम में गवली समाज से मन्नू भाई पटेल कन्नू मौर्य अध्यक्ष भेरूलाल मेहता, वरिष्ठ सदस्य रमेश मेहता, मोहन राठौर, दिनेश मोरिया, सचिन पटेल, मुकेश मोरिया, कैलाश रारा, मुकेश दुबेला, भगवती दुबेला, पवन पटेल, पप्पू पटेल, मुन्ना पहलवान, हितेश मेहता, बाबूलाल मेहता, अकीरा मेहता, शेखर पटेल, मांगीलाल मेहता, सहित बड़ी संख्या में समाज जन ने सहभागिता की। कार्यक्रम का आयोजन समस्त समाज जन के सहयोग से सांवलिया सेठ मंदिर समिति थांदला द्वारा किया गया।