भाजपा की राजनीति में मंचा हड़कंप, अब मामले को दबाने के लिए लगेगा एड़ी चोटी का जोर
माही की गूंज, झाबुआ/बामनिया।
जिले भर में खेल सामग्री को लेकर हो रही कार्रवाई को लेकर हड़कम्प मचा हुआ है। मंगलवार को मुख्यमंत्री के सामने मामला आने के बाद प्रशासन लागतार इस मामले में कार्रवाई कर रहा है। अब तक दो बीआरसी और 9 जनशिक्षक निलंबित हो चुके हैं। तीन सामग्री सप्लाई करने वाली फर्म भी ब्लैक लिस्टेट की जा चुकी हैं।
आज प्रशासन ने फिर इस मामले में कार्रवाई करते हुए बामनिया की फर्म अणू सप्लायर्स की जांच करने पहुँचे लेकिन काफी ढूढने के बाद भी फर्म नही मिली। जैसे-तैसे प्रशासनिक टीम नारेला रोड पर कपड़े की दुकान पर पहुँची जो कि अणू सप्लायर्स की बताई जा रही है। मौके पर पहुँचे प्रशासन के अधिकारियों को दुकानदार नही मिला, काफी देर इंतजार करने के बाद जब दुकानदार नही आया तो जांच करने आई टीम ने दुकान सील कर दी। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार जगदीश वर्मा, नायाब तहसीलदार सुश्री अंसारी, हल्का पटवारी आदि उपस्थित रहे।
राजनीतिक उठापटक हुई तेज़ मामले को दबाने के प्रयास जारी
खेल सामग्री सप्लाई मामले में भाजपा की मुसीबतें बढ़ती जा रही है क्योंकि की सप्लाई का पूरा खेल भाजपा के नेताओ के द्वारा ही खेला जा रहा है। एक ओर लगातार शिक्षकों में रोष है, जिन्होंने राजनीतिक दबाव में आकर सामग्री ले ली और जांच में अब तलवार उन पर भी लटकी हुई है। वही भाजपा संगठन भी छवि भी खराब हुई है। खुद भाजपा के मंडल स्तर और जिला स्तर के नेता इस मामले में बगावत पर उतर आए हैं। भाजपा की छवि प्रदेश स्तर तक खराब हो गई हैं। आज की कार्रवाई के बाद जिला भाजपा के नेता ओर सप्लाई के खेल में लगे नेता इस मामले को दबाने की तैयारी में लगे है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस कार्रवाई के बाद भाजपा के जिलाध्यक्ष और एक महामंत्री, पेटलावद के मंडल अध्यक्ष नगर बामनिया पहुँचे है जो इस मामले में भोपाल स्तर से मामला शांत करने में जुटे है।
अभी बढ़ेगी परेशानी
भाजपा के लिए मुसीबतें यही शांत होती नजर नही आ रही है। शिक्षको, जनशिक्षकों, बीआरसी पर गाज गिर रही है। सप्लायरों पर भी कार्रवाई हो रही है। सूत्र बताते हैं, इस मामले में अब एफआईआर दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। भाजपा के संगठन में रह कर भाजपा के लिए मुसीबत खड़ी करने वाले संगठन के कई पदाधिकारी और संगठन को नियंत्रण में नही रख सके भाजपा जिलाध्यक्ष को भी हटाया जा सकता है, ताकि इस मामले में हुई किरकिरी का डेमेज कंट्रोल कर भ्रष्टाचार के खिलाफ होने का दावा मजबूत कर सके। इतना ही नही जिले के वरिष्ठ भाजपा नेताओं द्वारा भी इस मामले में जिला संगठन की लापरवाही और मनमानी के साथ जिले में फूट फतीजे को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदेश संगठन को वस्तु स्थिति से अवगत कराया है।