एक ही कार्य का दो बार विधायक व सांसद ने किया भूमि पूजन
विधायक ना समझ है- सांसद गुमान
माही की गूंज, काकनवानी
जब सत्ता किसी दूसरे पक्ष की व विधायक विपक्ष का हो तो अधिकारियों को अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ता है, स्थानीय स्तर पर विधायक का दबाव व सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों का भी दबाव रहता है। कुछ ऐसा ही दबाव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों में देखने को मिल रहा है, जिसमें एक ही योजना का दो-दो बार भूमि पूजन करवाकर दोनों दलों को खुश करने का प्रयास किया जा रहा है।
थांदला विधानसभा में कांग्रेस के विधायक वीरसिंह भूरिया द्वारा दिनांक 28 जनवरी को नल-जल योजना का काकनवानी में 1 करोड़ 42 लाख 15 हजार, देवका में 1 करोड़ 11 लाख 61 हजार, हरीनगर में 73 लाख 30 हजार, मियाटी में 2 करोड़ 88 लाख 1 हजार, बेढ़ावा में 41 लाख 13 हजार, भेरूगढ़ में 46 लाख 80 हजार के साथ डाबतलाई, कुशलपुरा आदि जगह विकास कार्यो का भूमि पूजन किया गया था। लेकिन राजनीति में काम कम और दिखावा ज्यादा होता है, विपक्षी विधायक द्वारा किया गया भूमि पूजन सांसद को रास नहीं आया और अधिकारियों पर दबाव बनाया, जिसके बाद अधिकारियों ने सांसद द्वारा भूमि पूजन कार्यक्रम 18 फरवरी का तय कर उसके आमंत्रण पत्र बटवा दिए, लेकिन तय तारीख को फिर सांसद ने बदला और 1 दिन बाद 19 फरवरी को भी तय समय से लगभग तीन-चार घंटे देरी से कार्यक्रम में शामिल हुए। दो बार भूमि पूजन के सवाल के जवाब में सांसद ने थांदला विधायक वीरसिंह भूरिया को नासमझ बतलाया और कहा कि, उनमें समझदारी होती तो वह भूमि पूजन नहीं करते और उनको भूमि पूजन करने का कोई अधिकार भी नहीं है, भूमि पूजन का कार्यक्रम भाजपा की सरकार को ही है।
वही कार्यक्रम को लेकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अधिकारी कर्मचारी भारी दबाव में दिखाई दिए, जहां विधायक द्वारा किए भूमि पूजन में कांग्रेस के जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता सम्मिलित हुए तो सांसद के भूमि पूजन में कोई भी क्षेत्रिय कांग्रेसी जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचे।
सांसद के कार्यक्रम के लिए अधिकारीगण कांग्रेस नेताओं को फोन लगाकर कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित किया तो क्षेत्रिय कांग्रेस जनप्रतिनिधियों ने जवाब दिया अब कैसा यह एक ही काम का दुसरा भूमि पूजन है, क्षेत्रिय विधायक के साथ उक्त नल-जल योजना का भूमि पूजन आपकी ही जानकारी के साथ 28 जनवरी को हो चुका है। जिसके बाद अधिकारीगण क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियों से कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का व्यवधान न पहुंचाने की अपील करते रहे।
कार्यक्रम बिना कांग्रेस के क्षेत्रिय जनप्रतिनिधी के ही संपन्न हुआ तब जाकर अधिकारियों ने चैन की सांस ली, कार्यक्रम तो संपन्न हो गया लेकिन अपने पीछे कई सवाल छोड़ गया।
जनप्रतिनिधि का दायित्व जनसेवा का होता है और जन सेवा के नाम पर आजकल जो कुछ भी चल रहा है वह किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं कहा जा सकता है, राजनीति केवल चुनाव तक होना चाहिए वह भी मुद्दे आधारित लेकिन पिछले कुछ वर्षों में किसी भी कार्य को लेकर श्रेय लेने की होड़ सी मची हुई है।
28 जनवरी को कांग्रेस विधायक वीरसिंह भूरिया ने किया भूमि पूजन
19 फरवरी को एक ही योजना का दुसरी बार सांसद गुमान ने किया भूमि पुजन व शिलान्यास