भाजपा नेता की आपत्ति के बाद केस बनाने की बजाए शराब की पेटियां गोदाम में रखवाई
माही की गूंज, पेटलावद/बामनिया
26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर ड्राई-डे के कारण शराब की दुकानें बंद रखने का नियम है, लेकिन एक रात पहले शराब दुकान से अवैध रूप से संचालित दुकानो पर माल भेजे जाने का कार्य किया जाता है। यहां ऐसा ही एक मामला सामने बामनिया शराब दुकान का आया, जहां 26 जनवरी से पहले बड़ी मात्रा में शराब दुपहिया वाहन द्वारा शराब ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा क्षेत्र में सप्लाई किया गया था, इस दौरान आबकारी अधिकारी जयश्री वर्मा 26 जनवरी के कारण दुकान बंद करवाने पहुंची थी लेकिन शराब ठेकेदार के गुर्गे शराब पेटियां गोदाम से बाहर निकलना जारी रखा, जहां मौजूद एक भाजपा नेता ने इस प्रकार से अवैध रूप से सप्लाई के लिए दुकान से बाहर लाई जा रही शराब पकड़ने के लिए आबकारी अधिकारी जयश्री वर्मा से कहा, लेकिन अधिकारी द्वारा ऐसा नही किया गया। भाजपा नेता पूर्व मण्डल महामंत्री ने बताया कि, मेरे द्वारा जानकारी देने और शराब का अवैध सप्लाई देखने के बाद भी मेडम ने कार्रवाई नही की जिसकी शिकायत अब मेरे द्वारा मय दस्तावेज के मंत्रीजी को करने की बात कही। वही आबकारी अधिकारी जयश्री वर्मा का कहना है कि, मौके पर कुछ शराब की पेटियां लेकर बाहर आ रहे थे जिन्हें वापस रखवा दिया गया। मेडम के बताए अनुसार साफ है कि, शराब दुकान से अवैध रूप से शराब सप्लाई हो रही थी लेकिन ठेकेदार की महीना बंदी के कारण दबे हुए आबकारी विभाग ने कार्रवाई नही की।
शिकायतकर्ता ओर पत्रकार के फोन तक की जानकारी ठेकेदार के गुर्गे के पास पहुंची
आबकारी और शराब ठेकेदार के बीच किस कदर की गठजोड़ है वो इसी से पता लगता है कि, पहले तो आखों देखी अवैध सप्लाई पर कोई कार्रवाई नही की, वही इस बात की सूचना आबकारी अधिकारी द्वारा ठेकेदार के गुर्गे को दी और मामले में मेडम के स्टेटमेंट लेने के लिए काॅल करने वाले पत्रकार की जानकारी भी गुर्गे को दी गई, जिसने शिकायतकर्ता को फोन कर शिकायत करने और मामले की जानकारी पत्रकार को देने पर मित्रता की दुहाई देकर दबाव बनाने की कोशिश की और शिकायत नही करने की सलाह देने लगा, हालांकि भाजपा नेता ने साफ कह दिया की मामले को भोपाल तक भी ले जाना पड़े तो ले जाऊंगा।