भोपाल, डेस्क न्यूज़।
वसुधैव कुटुंबकम् की थीम पर आधारित 42 वां भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला दिल्ली के प्रगति मैदान पर चल रहा है। इस मेले में 22 नवंबर को मध्य प्रदेश दिवस समारोह रखा गया तथा प्रदेश की लोक कलाओं को प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा निमाड़ के कलाकारों को निमाड़ी लोकगीत एवं पारंपरिक गीत प्रस्तुत करने हेतु राजधानी में अवसर प्रदान किया गया है। निमाड़ कि लोकगीत गायिका मनीषा शास्त्री महेश्वर, संगीता सोहनी बमदाला, सलोनी सोहनी खरगोन एवं यशी गीते दवाना ने निमाड़ी बोली के मीठे व सुमधुर लोकगीतो एवं पारंपरिक गीतो को इस मेले मे प्रस्तुत किया। गीतों को दवाना के नरेन्द्र गीते, प्रवीण गीते एवं जगदीश पाटीदार ने संगीत प्रदान किया। यह दल भोपाल, उज्जैन, महेश्वर निमाड़ उत्सव आदि मध्यप्रदेश के विभिन्न प्रतिष्ठित शासकीय मंचों पर लगभग 20 वर्ष से अपनी प्रस्तुतियां दे कर निमाड़ी बोली मे गांवों में गाए जाने वाले गीतों को संगृहीत कर संरक्षित करने का कार्य निरंतर करता आ रहा है। ज्ञात हो कि, इस अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में 13 देशों व भारत के 25 राज्यों ने सहभागिता की है। अखिल निमाड़ लोक परिषद्, संस्कार भारती खरगोन इकाई, लघुकथा शोध केंद्र खरगोन इकाई आदि संस्था सदस्यों ने बधाइयां प्रेषित की। कार्यक्रम में "आरती में सिंदूर गुलाल चलो व सखी गणपति पुजा", "निरमण निरमण पाणी नरमदा महा राणी", "आओ आओ पांवणा देखो म्हारो गांव", "नानी नणद म्हारी लाडली", "पियर म बोयी गणगौर" आदि गीतों की प्रस्तुतियां दी गई।