माही की गूंज, झाबुआ/मेघनगर।
नवीन शैक्षणिक सत्र 21 जून से शुरूवात होते ही जिले की हायर सैकंडरी हाईस्कूल व आश्रम शाला छात्रावास कन्या होस्टल में शिक्षा गुणवत्ता की ओर जनजातीय विकास शूरु से फ़ोकस कर रहा है। संभागायुक्त मालसिंह भयडिया भी विडियो कॉन्फ्रेंस में छात्रावास स्कूलों की दशा व दिशा बदलने के कड़े निर्देश दे चुके हैं। कलेक्टर तन्वी हुड्डा भी अपने स्कूलों में शासकीय भ्रमण के दौरान अंग्रेजी शिक्षण, विज्ञान शिक्षण सहित छात्र-छात्राओं के कैरियर निर्धारण पर फोकस कर रही है। स्कूलों में नित्य समाचार पत्र, प्रतियोगिता परीक्षा की पुस्तकें अनिवार्य हों पुस्तकालय में इस लिए ज़ोर दे रही है। जिले में तीन महीने पहले पदस्थ हुई सहायक आयुक्त निशा मेहरा तों हर एक स्कूल की नब्ज परखने हेतु दूरदराज के स्कूल की सुध ले रही है। जिन स्कूलों में कभी बीईओ, बीआरसी तक गत शिक्षण सत्र में नहीं पहुंचे, उन तक निशा मेहरा पहुंच स्कूल मे सफ़ाई व्यवस्था सहित शिक्षा गुणवत्ता शत् प्रतिशत जनजातीय क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को शासन की योजनाओं का लाभ मिले इसलिए प्रयासशील है।
मेघनगर विकास खंड में इसी कड़ी में चल रहें निरीक्षण में मंडल सयौजक दिपेश सोलंकी दूरदराज क्षेत्र खालखडवी, पंचपिपलिया, गुवाली आदि क्षेत्र के अपने कार्य अधीन छात्रावास होस्टलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उपस्थित अधीक्षकों को सफ़ाई व्यवस्था माकूल रखने, बारिश के दिनों में बच्चों के स्वास्थ्य मद्देनजर भोजन की गुणवत्ता व स्वस्थ्ता सुरक्षा बरतने के प्रबंध करने निर्देश दिए। श्री सोलंकी ने बच्चों को कैरियर निर्धारण व शिक्षा गुणवत्ता हेतु प्रोत्साहित किया। आकस्मिक निरीक्षण जिले व क्षेत्र के अधिकारियों से शिक्षा जगत में हड़कंप हैं वहीं तड़ीपार लापरवाही बरतने वाले शिक्षक सकते में भी।