रेप पीड़िता ने बच्चे को दिया जन्म फिर अपने मामा के साथ मिलकर अपने ही नवजात बच्चे को उतार दिया मौत के घाट
निर्दय माँ ओर मामा ने दूध पीते को इस दरिंदगी से उतारा मौत के घाट की कलेजा कांप जाए
माही की गूंज , पेटलावद
झाबुआ जिले में रोज ऐसे मामले सामने आया हैं जिससे मानवता से लोगो का विश्वास ही उठ जाए। एक ऐसा सनसनीखेज मामला पुलिस थाना पेटलावद क्षेत्र अंतर्गत आने वाली सारंगी पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम हिम्मतगढ़ से सामने आया है। यहां एक माँ बनी कुमाता और कंश बने मामा की ऐसी कहानी सामने आई जो, ऐसा कभी न सुना न देखा घोर कलयुग में ऐसा होगा कोई यकीन नही करेगा। इस काले सच को सुनकर आपके रोंगटे खड़े कर हो जायेगे। यहां एक रेप पीड़िता ने अपने ही 4 दिन के नवजात बच्चे को अपने मामा के साथ मिलकर बेहरमी से मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
दरअसल मामला इस प्रकार है कि, दिसंबर 2022 में एक नाबालिक बालिका के साथ बलात्कार की घटना होती है, जिसमें पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वही पूरे मामले को लेकर पुलिस के द्वारा लगातार जांच पड़ताल की जा रही थी... और इस दौरान रेप पीड़िता गर्भवती थी जिस पर पुलिस ने उक्त पीड़िता के परिवार को सूचना पत्र देकर बताया था, कि अगर रेप पीड़िता बच्चे को जन्म देती है तो उसकी सूचना पुलिस को अवश्य करें। किंतु रेप पीड़िता एवं उसके परिजनों ने पुलिस को इस बारे में कोई सूचना नहीं की... लेकिन पुलिस की कार्रवाई के दौरान डीएनए जांच हेतु बच्चे के ब्लड सेम्पल (खून) की आवश्यकता लगी, जिस पर पुलिस ने जब बच्चे के बारे में पूछा तो रेप पीड़िता एवं उसके मामा ने बच्चे की मौत होकर उसे दफना देना बताया, जिस पर पुलिस को शंका हुई और पुलिस ने उत्खनन करवाकर नवजात बच्चे के शव को बाहर निकाला एवं मर्ग कायम करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। जिस पर पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में यह ज्ञात हुआ कि, बच्चे की गर्दन की हड्डियां पीछे की ओर से टूटी हुई है, जिसे मेडिकल फील्ड में सी1/सी2 ज्वाइंट टूटना कहां जाता है। जिससे बच्चे की मौत हुई है। पुलिस ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए नवजात बच्चे की मां एवं उसके परिजन उसके मामा-मामी को हिरासत में लिया एवं उनसे पूछताछ की गई। जिस पर लंबी पूछताछ के बाद आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। पुलिस ने जब नवजात बच्चे की हत्या के बारे में जानने का प्रयास किया तो आरोपियों ने बताया कि, नवजात बच्चा लड़का था और ऐसे में हमें हमारी जमीन जायदाद में उसे हिस्सा देना पड़ता एवं रेप जैसी घटना के बाद उक्त बच्चे का जन्म हुआ है, तो हम इस बच्चे का ख्याल क्यों रखें। जिस वजह से बच्चे की दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई। आरोपियों में बच्चे की निर्दय मां ने बच्चे के मुंह में मिट्टी डाल दी एवं बच्चे को 4 दिनों तक अपना दूध नहीं पिलाया, वही नवजात बच्चे की कलयुगी मां के मामा ने बच्चे को मारने के लिए बच्चे के गले पर अपना पैर रखकर उसका गला घोट दिया। पुलिस ने नवजात बच्चे की मां एवं उसके मामा, मामी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है, पुलिस ने धारा 302, 201, 318, 120 बी के तहत मामला पंजीबद्ध किया है। वही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस ने पूरे मामले में मुख्य रूप से बच्चे की मां, बच्चे की मां के मामा को आरोपी बनाया है। वही मामी को पूरे मामले को छुपाने, इस योजना में साथ देने पर आरोपी बनाया गया है।
पूरा खुलासा करने में एसडीओपी सोनू डावर, थाना प्रभारी राजू सिंह बघेल, सारंगी पुलिस चौकी प्रभारी रामसिंह चौहान सहित सारंगी व पेटलावद पुलिस टीम का विशेष योगदान रहा। मामला सामने आने के बाद हर कोई इस घटना की निंदा कर रहा है। पिछले दिनों मासूम बच्चों को लेकर निर्दय माँ और परिवार को लेकर ये तीसरा मामला है जो समाज की व्यवस्थाओ पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।