कई लोगों का सामान हुआ चोरी
भोपाल, एजेंसी।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर जेबकतरों की नजर हैं औऱ वो इस यात्रा में आतंक मचा सकते हैं। मध्य प्रदेश पुलिस ने इसको लेकर राजस्थान पुलिस को अलर्ट करते हुए कहा है कि, वो इस भारत जोड़ो यात्रा में जेबकतरों को लेकर सावधान रहे। पुलिस के मुताबिक, जब मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में भारत जोड़ो यात्रा चल रही थी तब जेबकतरे वहां पहुंच गये थे। जिले के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सागर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, 'हमने 8-10 जेबकतरों को पकड़ा है। इनमें से कुछ राजस्थान के कोटा और झालावाड़ के रहने वाले हैं। इसके अलावा कुछ मध्य प्रदेश के गुना, शाजापुर, राजगढ़ और रायसेन जिले के रहने वाले हैं।
एसपी ने कहा कि, राज्य पुलिस ने राजस्थान पुलिस को लिखा है कि यात्रा के दौरान वो जेबकतरों पर नजर रखें। 15 दिसंबर को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश से होते हुए राजस्थान पहुंची थी। बूंदी पहुंचने से पहले यह यात्रा झालावाड़ और कोटा जिले में पहुंची थी और फिर वहां से सवाई माधोपुर, दौसा और अलवर जिले में पहुंचेगी।
21 दिसंबर को यह यात्रा हरियाणा पहुंचेगी लेकिन उससे पहले 17 दिनों में यह यात्रा राजस्थान में 500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने आरोपियों के पास से 5-6 मोबाइल और अन्य चीजें बरामद की हैं जो उन्होंने आगर मालवा जिले में यात्रा के दौरान चुराई थी। जेबकतरों को पकड़ने के लिए साइबर पुलिस को भी लगाया गया है। पुलिस ने बताया कि इस यात्रा में शामिल कम से कम 4-5 लोगों ने अपने सामानों की चोरी को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी।
ऐसे होती है चोरी...
पुलिस के मुताबिक, इस यात्रा में ज्यादातर चोरी उस वक्त हो रही है जब यात्रा में भाग लेने वाले लोग लंच या डिनर के लिए कैंपों में ठहरते हैं। एक स्थानीय कांग्रेस नेता ने शिकायत दर्ज कराई है कि, यात्रा के दौरान उनके 2 मोबाइल फोन गायब हो गये। अधिकारी ने कहा कि हमने लोगों से अपील की है कि इस यात्रा में अपना मोबाइल गंवाने वाले लोग अपना सिम कार्ड तुरंत ब्लॉक करा दें ताकि जब आऱोपी मोबाइल में नया सिम लगाएं तब हम उन्हें ट्रैक कर सकें।
राहुल गांधी के साथ इस बुरहानपुर से आगर मालवा तक यात्रा करने वाले एक कांग्रेस नेता ने पहचान ना उजागर करने की शर्त पर बताया कि उनका 28 हजार रुपए का मोबाइल फोन इस यात्रा के दौरान गायब हो गया। आगर मालवा के एक स्थानीय पत्रकार जो इस यात्रा को लगातार कवर कर रहे थे उनका दावा है कि, इस यात्रा में 100 से ज्यादा लोगों ने अपने सामान खो दिये। लेकिन इनमें से कम ही लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।