माही की गूंज, झाबुआ/मेघनगर।
13 अगस्त 2022 की सुबह विजय पंचाल रोजाना की तरह अपनी पैशन प्रो मोटर साईकिल से कत्था फैक्ट्री मेघनगर में इलेक्ट्रिशियन की नौकरी करने गया था। दोपहर 12 बजे घर पर पंखे की पंखुड़ी खराब होने पर घर के लिये निकला। करीब एक-डेढ़ बजे तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों द्वारा कई बार कॉल किया गया जो विजय पांचाल द्वारा रिसिव नहीं किया गया व शाम तक घर पर नहीं आया। जिस पर थाना मेघनगर में गुमशुदगी कायम की गई। जिसके बाद 13 अगस्त की शाम को ही हनुमान मंदिर नवापाडा रोड़ रेल्वे पटरी नाले के पास में विजय पंचाल का शव मिला। किसी अज्ञात बदमाश द्वारा सिर पर गंभीर चोट पंहुचाकर विजय पंचाल की हत्या कर दी। जिस पर थाना मेघनगर की पुलिस टीम द्वारा हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। वही प्रकरण की संवेदनशीलता व गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए तत्कालीन एसपी द्वारा अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी हेतु 10 हजार रुपए नगद ईनाम की उद्घोषणा की गई है।
पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। पुलिस टीम द्वारा इसका पता लगाया जा रहा था कि विजय पाचांल की हत्या का कारण क्या है? इसके बारे में छानबीन शुरू की गई। विजय पांचाल के परिजनों से भी पुछताछ की गई लेकिन उनके द्वारा कोई शंका जाहिर नहीं की गई। विजय पांचाल से जुड़े कई व्यक्तियों से पुछताछ की गई लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला।
घटना का खुलासा
पुलिस टीमें विजय पांचाल की हत्या के खुलासे हेतु लगी हुई थी। जिसमें संदेही व्यक्तियों को शॉर्टलिस्ट किया गया। इस हेतु फिर से बारीकी से जांच-पड़ताल शुरू की गई। जानकारी प्राप्त हुई कि विजय पांचाल की हत्या जहां हुई थी उस घटनास्थल के पास बने मकान में निवासरत अमरसिंह व उसकी पत्नी पर संदेह होने पर उनसे पुछताछ की गई तो शुरू में तो उनके द्वारा इधर-उधर की बाते कर पुलिस टीम को उलझाने की कोशिश की गई। अधिक शंका होने पर वैज्ञानिक तथ्यों एवं बार-बार घटनास्थल का निरीक्षण करने व पुछताछ करने पर घटना करना कबूल किया। विवेचना में यह तथ्य सामने आया कि अमरसिंह ने अपनी पत्नी कालीबाई से मृतक विजय के अवैध संबंध होने की शंका के आधार पर हत्या कारीत की।
आरोपी अमरसिंह ने अपनी पत्नी से मृतक विजय के मिलने आने का समय जानकर मृतक विजय की हत्या करने की योजना बनाई। घटना को अंजाम देने के लिये आरोपी अमरसिंह ने अपने साथी कालिया को तैयार किया एवं कालिया ने अपने साथी सुनील व नरेश को तैयार किया। 13 अगस्त को आरोपी अमरसिंह व उसके साथी के साथ मिलकर घर के रास्ते में घात लगाकर बैठ गये। जैसे ही मृतक विजय कालीबाई से मिलने के लिए आया, आरोपियों द्वारा एकमत होकर लकड़ी (फाचरा) से सिर में गंभीर चोट एवं पत्थरों से मारकर हत्या कर दी और रेल्वे पटरी के पास झाड़ियों में फैंक दिया ताकि लोगो को लगे कि विजय की मृत्यु ट्रेन से टकराकर दुर्घटना होने से हुई है।
पूरे मामले में पुलिस ने अमरसिंह पिता कुका देवदा (26) निवासी डुंडका, कालू उर्फ कालिया पिता पेमा वसुनिया (25) निवासी नवापाड़ा, सुनील पिता सबुर मकवाना (23) निवासी सुदर्शन कॉलोनी मेघनगर, नरेश पिता सरदार सराणिया (28) निवासी रलिययाती अर्बन अस्पताल के पास दाहोद हाल निवास सुदर्शन कॉलोनी मेघनगर, काली बाई पति अमरसिंह देवदा (25) निवासी डुंडका मेघनगर को गिरफ्तार किया है।