समाज सेवी नारायण सोलंकी को मेवाड़ा कलाल समाज ने श्रद्धांजलि सभा के साथ दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
माही की गूंज, झाबुआ।
मेवाड़ा कलाल समाज मिंडल (झाबुआ) में झाबुआ-अलीराजपुर मेवाड़ा कलाल समाज ने झालोद निवासी समाज सेवी कलाल नारायणलाल जी सोलंकी का 15 अगस्त को असमय निधन हो जाने से सोलंकी परिवार ही नही बल्कि पूरा समाज आहत हुआ है।
नारायण सोलंकी, नारायण भाई पाडलघाटी (कल्याणपुरा) वाले के नाम से पहचाने जाते थे। नारायण भाई ने अपने परिश्रम के साथ हर क्षेत्र में अपनी बुलन्दी हासिल की, जो समाज की आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादाई बने।
आज कलाल समाज की वाटिका पर समाजजनो ने श्रद्धांजलि सभा के आयोजन के साथ नारायण भाई सोलंकी को पुष्पांजलि अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत समाज के वरिष्ठजनों ने दीप प्रज्जवलित कर की। ततपश्चात मातृशक्ति कविता देवकुमार पडियार, दिया हैप्पी पडियार ने "न चिट्ठी न संदेश न जाने तुम कहा चले गए" के गीत के साथ श्रद्धांजलि दी। संजय भटेवरा ने संक्षिप में नारायण भाई का जीवन परिचय दिया। साथ ही नारायण भाई के भतीजे नीरज सोलंकी, समाज के अध्यक्ष डाडमचंद लोदावरा, पूर्व राज्यमंत्री (निगम अध्यक्ष) राजेन्द्र गेहलोत, कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष शांतिलाल पडियार, पेटलावद नगर परिषद अध्यक्ष मनोहर भटेवरा, मेघनगर नगर परिषद के उपाध्यक्ष भूपेश भानपुरिया, जीवनलाल पडियार, चंदूलाल पडियार,
निहालचंद पडियार, मुकेश चौहान आदि ने भावनजली अर्पित की। आभार देव कुमार पडियार ने माना, संचालन नीलेश भानपुरिया ने किया।
उक्त आयोजन में मुख्य रूप से नंदलाल चौहान, गोपाल चौहान, अनिल बसेर, दिनेश भानपुरिया, शांतिलाल बसेर, राजेन्द्र चौहान, राजेन्द्र भटेवरा, राकेश भानपुरिया , राजेन्द्र भानपुरिया, कैलाश पडियार, दिनेश पडियार, रमेश भटेवरा, अंबालाल भटेवरा, अंकित सोलंकी, मनोहर भटेवरा, मिथलेश पडियार, गजेंद्र चौहान, देवेंद्र भानपुरिया, गिरधारी भटेवरा, हीरालाल व गोविंद भानपुरिया, मनोज व हेमंत भानपुरिया, धन्नालाल बसेर, अनोखी पडियार, रतलाम से राजेश भटेवरा, सुरेंद्र भटेवरा, प्रकाश पडियार, संदीप भानपुरिया, समाज के सचिव एजनलाल भानपुरिया, तुकाराम चौहान, मिलन लोदावरा, कृष्ण बसेर, मोहनलाल गेहलोत, हितेश नटवर लाल भटेवरा, भव्य दिनेश सोलंकी, व्रज संजय, भरत गेहलोत, नरेंद्र भानपुरिया, शंकरलाल भटेवरा, दीपराज गेहलोत, लक्की बसेर, योगेश पडियार, प्रवीण पडियार, मनोज भटेवरा, हितेश (बंटी) बसेर, दुर्गा देवी पडियार, कंचनबेन चौहान, कैलाश बेन पडियार, कविता पडियार, ममता पडियार, दिया पडियार आदि समाजजनो ने उपस्थित होकर श्रद्धांजलि अर्पित की।