Thursday, 21 ,November 2024
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

जनजातीय गौरव दिवस विशेष: धरती आबा भगवान "बिरसा मुंडा" | गौसेवा ही नारायण सेवा है- आचार्य डॉ. देवेन्द्र शास्त्री | आज दिपावली पर पति-पत्नी की अंतिम यात्रा निकलेंगी एक साथ | शिक्षक की सेवानिवृत्ति पर आयोजित हुआ विदाई समारोह | पुलिस का खुफिया तंत्र और स्थानीय प्रशासकीय तंत्र पूरी तरह फैल या मामला साठ-गाठ का....? | शिक्षा के मंदिर को शर्म सार करने वाली अधिक्षिका का विडियो वायरल | ढोलखारा तालाब में अज्ञात युवक की मिली लाश पुलिस जांच में जुटी | बिजली गिरने से बालक की हुई मौत | अचानक बदला मौसम युवक की मौत लेकर आया, बिजली गिरने से युवक की हुई मौत | बाईक दुर्घटना में 1 की मौत 1 गम्भीर | शांतिलाल पडियार के सेवानिवृत्त होने पर अस्पताल स्टाफ ने दी विदाई | गांधी जयंती पर विकास खंड अधिकारी ने छात्रावास का निरीक्षण कर दिए आवश्यक निर्देश | माही की गूंज के स्टिंग आपरेशन में भाजपा सदस्यता अभियान की खुली पोल... | प्रसाद में मिलावटः आस्था पर गहरा आघात | स्वच्छता ही सेवा 2024 | सामूहिक क्षमायाचना एवं थांदला स्पर्शना को लेकर अणु दर्शन यात्रा का आयोजन | सर्राफा व्यापारी उर्फ भाजपा नेता के यहां हुई चोरी की वारदात में आभूषण रखने वाले खाली बॉक्स एक माह बाद मिले खेत में .... | राहुल गांधीः यात्रा भारत जोड़ो... विदेश में बयान... वैमनस्यता बढ़ाने वाले | ये कैसा शिक्षक... और शिक्षक दिवस...? | मोदी की गारंटी... तो मोदी की माफी क्यों...? |

दो मासक्षमण तपस्वियों का किया बहुमान
20, Aug 2022 2 years ago

image

राखी व्होरा व सूरजमल श्रीमाल के मासक्षमण तप के पारणें

तप करने में भी सभी जीव स्वतंत्र नही है- चन्द्रेशमुनि

माही की गूंज, थांदला। 

        मासक्षमण तप अभिनन्दन के अवसर दुर्लभ ही होतें है लेकिन इस चातुर्मास काल में 4 मासक्षमण तप पूर्ण हो चुके है। थांदला नगर में आज राखी नितेश व्होरा तो एक दिन पूर्व श्रावक वर्ग से एक मात्र तपस्वी सूरजमल श्रीमाल के दीर्घ मासक्षमण तप की पूर्णाहुति पर जयकार यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा तपस्वियों के निज निवास तप व तपस्वी के जयकारें लगाते हुए स्थानीय पौषध भवन पहुँची जहाँ विराजित संत पूज्य श्री चन्द्रेशमुनिजी म. सा. ने तप अनुमोदना करते हुए कहा कि, नरक तिर्यंच के जीव पराधीन है इसलिए तपस्या करने में स्वतंत्र नही है वही मनुष्य में भी जीव आदि व्याधि उपाधि से पीड़ित है इसलिए तपस्या करने में वे भी परतंत्र है। जीव में जब धर्म व ज्ञान वृद्धि  होती है तो वह मोक्ष मार्ग का अनुसरण करता हुआ तपस्या में प्रवृत्त होता है। उन्होने कहा कि, सम्यग तप जीव को देवलोक के सुख तो दिलाता ही है वही एक से लेकर 5 भव में मोक्ष का शाश्वत सुख भी दिला देता है। पूज्य श्री सुयशमुनिजी म.सा. ने कहा कि, तपस्या करने से विपुल कर्मों की निर्जरा होती है। पुण्योदय से जीव को अनुकूलता मिलती है, यदि वह इसका लाभ तपस्या करने में उठा लेता है तो मनुष्य जन्म को सफल बना लेता है। इस अवसर पर तप अनुमोदना में स्तवन के माध्यम से भाव अभिव्यक्त करते हुए पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. ने कहा कि, जिनका जीवन सरल होता है व धर्म की ललक जिनमें होती है वही गुरुवाणी को आत्मसात कर तपस्या करता है। दोनों तपस्वियों ने पँचरगी में नाम लिखाकर अपना तप आगे बढाया और आज मासक्षमण करके जिन शासन व अपने कुल का गौरव बढ़ाया है, पूज्या श्री ने उनके तप की खूब खूब अनुमोदना की। इस अवसर पर व्होरा व श्रीमाल परिवार व रिश्तेदारों ने भी अपनी भावना व्यक्त करते हुए तप व तपस्वियों के गुणगान किये। श्रीसंघ अध्यक्ष ने चातुर्मास काल से ही तपस्या में लीन सभी तपस्वियों का संघ कि ओर से शाब्दिक गुणगान किया धर्म सभा का संचालन सचिव प्रदीप गादिया ने किया।

संघ ने किया तपस्वियों का बहुमान

        तप अनुमोदना की जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर ने बताया कि, जिन शासन व संघ का गौरव बढाने वालें तपस्वियों का श्रीसंघ के साथ वीरमाता चंद्रकांता रुनवाल, प्रकाशचंद्र घोड़ावत परिवार, तारा बहन भंसाली परिवार, कनकमल गादिया परिवार, समरथमल एवं नगीनलाल शाहजी परिवार द्वारा भी बहुमान किया जा रहा है। इसी कड़ी में सूरजमल श्रीमाल, राखी बहन व्होरा के साथ 12 बेला व 1 तेले तप की आराधना करने पर श्रीमती रीता व्होरा, चौलें-चौलें तप के तपस्वी कु. प्रिया व्होरा व अमिता प्रदीप गादिया का भी श्रीसंघ द्वारा तप की बोली लगाकर बहुमान किया गया। तप अभिनन्दन में मूर्तिपूजक संघ, तेरापंथ संघ, रोटरी क्लब व नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामोर, विश्वास सोनी आदि के साथ अन्य संस्थाओं द्वारा भी बहुमान किया जा रहा है। सभी तपस्वियों को श्रीसंघ के पूर्व अध्यक्ष नगीनलाल शाहजी, महेश व्होरा, रमेश चौधरी, भरत भंसाली, ललित जैन नवयुवक मंडल पदाधिकारी रवि लोढ़ा, अखिलेश श्रीमाल, संदीप शाहजी, सुधा शाहजी, अनुपमा श्रीमाल, किरण श्रीमाल आदि द्वारा संघ की माला पहनाकर शाल ओढ़ाई गई। दोनों ही परिवार द्वारा तप अनुमोदना में चौवीसी का आयोजन साधर्मिक सेवा लाभ लेते हुए क्रमशः स्वामीवत्सल्य का आयोजन किया गया व प्रवचन प्रभावना भी वितरित की गई।



माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |