माही की गूंज, थांदला।
मंगलवार दौपहर को थांदला नगर परिषद के चुनाव के लिए वार्ड आरक्षण प्रक्रिया निर्वाचन अधिकारी एसडीएम अनिल भाना द्वारा नगर परिषद के अध्यक्ष कक्ष में दोपहर संपन्न की गई। आरक्षण प्रक्रिया गोटी डालकर बच्चे द्वारा चिट्ठी उठाकर कराई गई। थांदला नगर परिषद के 15 वार्डों में से आठ वार्ड महिला के लिए आरक्षित रहे। जिसमें से चार आरक्षित व तीन अनारक्षित महिला है। वार्ड आरक्षण में पहली बार कई उलट-फेर भी देखने को मिले।
इस बार फार्मूला यह था कि, 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण नहीं देना है। इस फार्मूले को अपनाने के बाद कई वार्ड प्रभावित हुए। इस प्रक्रिया के बाद कहीं खुशी कहीं गम का माहौल रहा। कई नेताओं की दावेदारी खतरे में पड़ गई, वही कुछ के मन का हो गया। प्रतिक्रिया स्वरूप वार्डों के आरक्षण को लेकर सवाल खड़े करते हुए न्यायालय की शरण मे जाने की चर्चा चल पड़ी है।
पिछले 28 वर्षो से चल रही आरक्षण की रोस्टर प्रक्रिया अधिकांश के लिए नई नहीं थी। इसके बावजूद इस बार तस्वीर बदलने से कई हैरान रह गए। 2017 के मुकाबले कुछ वार्डों में स्थिति एकदम बदली है। हालांकि सभी इसको अपने-अपने हिसाब से ले रहे हैं। प्रक्रिया को न्यायालय में चुनौती देने की भी चर्चा चल पड़ी है।
सभी 15 वार्ड में से वार्ड क्रमांक 1 अजजा महिला, वार्ड क्रमांक 2 सामान्य महिला, वार्ड क्रमांक 3 अजजा महिला, वार्ड क्रमांक 4 सामान्य पुरुष, वार्ड क्रमांक 5 सामान्य पुरुष, वार्ड क्रमांक 6 सामान्य महिला, वार्ड क्रमांक 7 सामान्य महिला, वार्ड क्रमांक 8 सामान्य पुरुष, वार्ड क्रमांक 9 अजा पुरुष, वार्ड क्रमांक 10 अजजा महिला, वार्ड क्रमांक 11 सामान्य महिला, वार्ड क्रमांक 12 पिछड़ा वर्ग महिला, वार्ड क्रमांक 13 सामान्य महिला, वार्ड क्रमांक 14 अजजा पुरुष, वार्ड क्रमांक 15 अजजा महिला की अघोषित आरक्षण हो गया है। अजजा आरक्षित कुल 5 वार्ड रहे, वहीं अजस आरक्षित एक वार्ड, पिछड़ा वर्ग आरक्षित एक वार्ड ही है।