दो वर्ष पहले ग्रेजुएशन की मार्क सीट लगाने वाला अभी दे रहा परीक्षा
माही की गूंज, पेटलावद।
विगत दो वर्ष से चल रही ग्राम पंचायतों में मोबोलाइजर पद की भर्ती में हेरा-फेरी के मामले थम नही रहे है। ग्राम पंचायतों ने अपने स्तर पर मिलीभगत कर भर्ती करने के लिए मनचाहे ढंग से अभ्यर्थियों को नंबर देकर पात्र व्यक्ति को बाहर कर रहे है । मामला पेटलावद विकास खण्ड का है, जहां से लगातार मोबोलाइजर भर्ती मामले में हेरा-फेरी की खबरे आ रही है। यहां ग्राम रल्यावन ग्राम पंचायत झावलिया की सुमा पति रविन्द्र मैडा ने ग्राम पंचायत सचिव को आवेदन देकर चयनिय अभ्यर्थी की अंकसूची को ही फर्जी बता कर, पात्र व्यक्ति को नोकरी देने की मांग की है। आवेंदन में सुमा मैडा ने बताया मेरे द्वारा मोबोलाईजर पद हेतु ग्राम पंचायत झावलिया में आवेदन पेश किया गया था, परन्तु उक्त प्रतिप्रार्थी नीलेश पिता मन्ना द्वारा फर्जी ग्रेजुएशन का रिजल्ट लगाकर खुद के प्रतिशत ज्यादा बताकर मेरिट लिस्ट में पहला स्थान हासिल कर लिया तथा मेरे द्वारा इसकी शिकायत पूर्व में की गई थी। आवेदक का कहना है जो कि, चयनित अभ्यर्थी प्रतिप्रार्थी के साथ महावीर महाविद्यालय 2018 मे बीएससी प्रथम वर्ष में एडमिशन लिया था। प्रथम में अनुत्तीर्ण होने के बाद सन् 2019 में फिर से बीए प्रथम वर्ष में फार्म भरा तथा इस वर्ष भी प्रतिप्रार्थी बीए प्रथम वर्ष में अनुत्तीर्ण हुआ था। नीलेश मैडा के द्वारा जब मोबोलाईजर पद की वैकन्सी निकली थी उस समय प्रतिप्रार्थी का ग्रेजुएशन पूरा भी नही हुआ, लेकिन नीलेश द्वारा फर्जी अंकसूची बनाकर उक्त अंकसूची में प्रतिशत गलत दशार्य गये और उक्त अंकसूची के आधार मेरिट मे स्थान पर कर नियुक्ति हासिल कर ली थी। जबकि नीलेश मैडा द्वारा वर्तमान में सन् 2022-23 में बीए तृतीय वर्ष की परीक्षा दी जा रही। जिसका इन्रोलमेन्ट नम्बर डीए 1933842 होकर तथा रोल नम्बर 906556074 है। शिकायतकर्ता द्वारा मोबोलाइजर पद हेतु चयनित अभ्यर्थी का प्रवेश पत्र भी आवेदन के साथ सलग्न किया है। नीलेश द्वारा फर्जी तरीके से उक्त अंकसूची लगाकर मेरिट में स्थान प्राप्त किया, जिसकी जांच कर फर्जी अंकसूची लगाकर नौकरी प्राप्त करने वाले के विरूद्व उचित कार्रवाई करने कि मांग की।