आरईएस के तालाब पर भारी मशीन से हो रहा था कार्य, रिपोटिंग करने गए पत्रकार को जान से मारने की धमकी देकर फ़ोटो व वीडियो करवाए डिलीट
माही की गूंज, झाबुआ।
जग जाहिर है कि मनरेगा योजना में आने वाले कार्यो को मजदूरों से कम और भारी मशीनों से ज्यादा अंजाम दिया जा रहा है। खासकर आरईएस विभाग तो पूरी तरह से फर्जी ठेकेदारो के भरोसे है जो विभाग के कार्य एक तय राशि पर लेकर 8-15 दिन में भारी मशीनों से निपटा देते हैं। बाकी का कार्य विभाग के अधिकारी और साइट के उपयंत्री द्वारा फर्जी हाजरी और वाहनों से कार्य करना बताकर भुगतान निकालते रहते हैं। इन कार्यो में होने वाली कमाई इतनी अधिक हो जाती है कि, कार्य करने वाला ठेकेदार कार्य मे विघ्न डालने को मारने पर उतारू होता है।
ऐसा ही एक मामला झाबुआ विकास खण्ड में सामने आया है। पत्रकार राहुल सेंगर अपने साथी के साथ आरईएस विभाग के ग्राम पंचायत उमरी में चल रहे तालाब निर्माण कार्य की रिपोटिंग करने गए थे। जहॉ कार्य मशीनों से किया जा रहा था। पत्रकार राहुल सेंगर का आरोप है कि, निर्माण कार्य के फ़ोटो व वीडियो लेकर निकल रहे थे कि कुछ लोगों ने उनका पीछा कर वाहन रोक कर उनसे झूमा-झटकी कर गाली-गलौच की और मारपीट की। बाद में हमारे मोबाइल में वही डरा-घमका कर वीडियो और फ़ोटो डिलीट करवाए और कहा कि, आगे से यहां दिखे तो हाथ पैर तोड़ देगे ओर बात किसी को भी बताई तो दिक्कत में आ जाओगे।
मामला 23 फरवरी के बताया जा रहा है। पत्रकार राहुल सेंगर ने इस मामले की लिखित शिकायत थाना कोतवाली झाबुआ में की है। इस संबंध में जिला आरईएस अधिकारी मंडलोई से चर्चा करनी चाही लेकिन उन्होंने कोई जवाब नही दिया।