
13 दिन की हो चुकी सोयाबीन में मौसम खुलते ही चलने लगे डोरे
माही की गूंज, बड़नगर/रुनीजा।
इस बार मानसून की बारिश का मिजाज भी कूछ अलग ही नजर आ रहा है अभी पूरे मालवा क्षेत्र एक जैसी बारिश नही हुई है। कही झमाझम, कही फुहारें तो कही अभी भी बोवनी जैसी बारिश के लिए अन्नदाताओ की इंतजार को करना पड़ रहा है। खण्ड वर्षा के कारण बोवनी खण्ड खण्ड में हो रही है। रुनिजा तथा आस पास क्षेत्र में 21 जून की झमाझम बारिश के बाद लगातार बारिश का दौर चल रहा है। 21 जून की बारिश के बाद अधिकांश क्षेत्र में 22 जून से सोयाबीन व अन्य फसलों की बोवनी हो चुकी थी। बारिश अच्छी होने से सोयाबीन की बोनी बहुत ही अच्छी रही चारो ओर सोयाबीन उग चुकी है। रुनीजा क्षेत्र में किसी को भी दोबारा बोनी करने की आवश्यकता नही पड़ी। आज 4 जुलाई को सोयाबीन 12, 13 दिन की हो चुकी है लगातार बारिश के कारण 13 दिन के पश्चात किसानों ने डोरे चलाना प्रारंभ किये है। वही कही कही अभी भी बावनी का भी काम चल रहा है।
इस संदर्भ बड़गावा के किसान नंदकिशोर खटोलिया से चर्चा की गई तो आपने बताया कि, लगातार बारिश के चलते बराप नही होने खेतो ट्रेक्टर के डोरे अभी नही चल सकते इस लिए कुछ किसानो चारा नष्ट करने की दवाई का स्प्रे किया है। वही माधवपुरा के कृषक बाबू पटेल, किशोर नागर, सत्यनारायण नागर ने बताया कि, मौसम खुलते ही किसानों ने सोयाबीन की फसल में कोलपे निकलना शुरू कर दिए हैं। रुनीजा क्षेत्र में जिन किसानों ने 22 जून को सोयाबीन की बोवनी कर दी थी वह फसल अब कोलपे लगाने लायक हो गई हैं। इसलिए क्षेत्र में कहीं-कहीं किसानों ने कोलपे चलाना शुरु कर दिए हैं सोयाबीन डोरने के लिए मुख्य रूप से ट्रैक्टर का ही प्रयोग किया जाता है। बैलों का चलन अब लगभग समाप्त हो चुका है। ट्रैक्टर में 8 इंच के टायर लगाकर कोलपे निकल जाते हैं जिससे खरपतवार नष्ट हो जाते हैं और सोयाबीन की फसल अच्छी चलती हैं। इधर कुछ किसान हाथ के डोरे से भी सोयाबीन की डोराई कर रहे है।
उदय कुमार अग्निहोत्री एसडीओ कृषि विभाग बडनगर ने बताया कि, तहसील में 131 मिमी 5 इंच बारिश दर्ज की गई है। अभी कुछ क्षेत्र में सोयाबीन 12, 13 दिन की हो चुकी है। वहाँ अभी डोरे चलाने का अनुकूल समय है। इससे खर पतवार नष्ट हो जाते है। बडनगर तहसील खरीब की फसल बोने का लक्ष्य 1 लाख 8 हजार 440 हेक्टर का था ।जिसमे वर्तमान में 1 लाख 5 हजार 250 हेक्टर में बोवनी हो चुकी है। उक्त रकबे में से 1 लाखा 4 हजार 118 हेक्टर में किसांनो द्वारा विभिन्न वेरायटी की सोयाबीन बोई है। शेष 1 हजार 132 हेक्टे में अन्य सभी फसलें किसांनो द्वारा बोई गई है।
शानू पांडेय कृषि विस्तार अधिकारी रुनिजा ने बताया कि, रुनीजा क्षेत्र (रुनीजा, माधवपुरा, गजनीखेड़ी, मसवाड़िया धार) का कृषि योग्य रकबा 2900, 3000 हजार करीब है। जिसमे 2600 हेक्टर में सोयाबीन, 5 हेक्टर में मक्का, 1 हेक्टर में तील, 1 हेक्टर में मूमफली, 10 हेक्टर में तुवर व 5 हेक्टर में मूंग की फसल किसांनो ने बोई है।