थांदला-बदनावर मार्ग बना लोगो की कब्रगाह, फोरलेन की मांग पर नही है जनप्रतिनिधियों का ध्यान
माही की गूंज, पेटलावद।
लोगो के लिए कब्रगाह साबित हो रहा थांदला-बदनावर स्टेट हाइवे रोज किसी न किसी के जीवन को लील रहा है। कोई दिन इस मार्ग पर ऐसा नही की किसी की जान नही गई हैं। वाहनों के भारी दबाव के चलते इस मार्ग पर रोज सड़क दुर्घटना हो रही है। बीती देर डेढ़ बजे के लगभग एक ओर सड़क दुर्घटना में पेटलावद सीएम राइस स्कूल के शिक्षक इम्तियाज खान की मौत हो गई। जबकि ड्राइवर ओर मृतक के परिवार से पत्नी और दो बच्चे बुरी तरह से घायल हो गए। दुर्घटना सारँगी चौकी क्षेत्र के ग्राम उनालुपाङा के समीप हुई, जहा बदनावर की और से आते समय उनकी कार एक पुलिये से टकरा गई। दुर्घटना के बाद कार में सवार पूरा परिवार बुरी तरह घायल हो गया जिनको इलाज के लिए सिविल हॉस्पिटल लाया गया जहा शिक्षक इम्तियाज़ खान की मौत हो गई। बताया जा रहा है, दो बच्चों को गम्भीर चोट के चलते अन्यत्र रेफर किया गया है। इम्तियाज खान काफी व्यवहारिक शिक्षक थे उनके निधन की जानकारी मिलने पर उनके परिवार सहित शिक्षा जगत में शोक की लहर छा गई।
फोरलेन की मांग लगातार हो रही है, जनप्रतिनिधियों द्वारा नही दिया जा रहा ध्यान
थांदला-बदनावर स्टेट हाइवे से गुजरने वाले मार्ग से गुजरने वाले वाहनों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। मार्ग पर्याप्त चौड़ा नही होकर कई खतरनाक मोड़ और घाट भी है जिसके चलते इस मार्ग पर सड़क दुर्घटना में लगातार इजाफा हो रहा है। इस मार्ग से जुड़ा हिस्सा बदनावर से उज्जैन मार्ग फोरलेन हो चुका है जिसका कार्य जारी है लेकिन अतिआवश्यक थांदला-बदनावर मार्ग को फोरलेन नही किया जा रहा जिसकी वर्षो से मांग की जा रही है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित जिले के सत्ताधारी नेता इस मार्ग को लेकर मौन धारण किये बैठे है और इस मार्ग पर होने वाली मौतों का तमाशा देख रहे हैं।