जिला पंचायत सीओ ने थमाया सीईओ को कारण बताओ नोटिस
माही की गूंज, पेटलावद।
जनपद पंचायत ऐसे कर्मचारियों और उपयंत्रियों से भरी पड़ी है। जो वर्षो से यही जमे बैठे है, इतना ही नही ये कर्मचारी इतने सेटिंगबाज़ हो गए हैं कि, जैसे इनको हवा लगती है की इनका स्थांतरण होना है, तो पहले से नेताओ ओर अधिकारीयो की भेंट पूजा कर मामला रफा-दफा कर देते हैं। किसी कर्मचारी का स्थांतरण इसके बाद भी हो जाता है वो अधिकारीयो की मिलीभगत से वही जमा रहता है और फिर भी दाल नही गलती तो न्यायालय से स्टे लेकर स्टे के नाम पर वही जमा रहता है। जनपद कार्यालय पेटलावद में ऐसे सेटिंगबाज़ कार्मचारीयो की भरमार हैं, जो वर्षो से एक ही जगह पर पदस्थ होकर यहां अधिकारीयो की दलाली का कार्य कर रहे हैं।
जनपद सीईओ को जिले से जारी हुआ नोटिस
ऐसे एक जनपद के कर्मचारी कृपाराम जाटव जो कि, स्थान्तरित हो चुके हैं, लेकिन रिलीव नही हुए। उसको लेकर जनपद सीईओ राजेश दीक्षित को जिला सीओ द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया हैं। ज़िला सीओ द्वारा जारी कार्यालयीन आदेश क्रमांक/3919-3920/स्था./पं.प्रको./2021 दिनांक 16 अगस्त.2021 के द्वारा कृपाराम जाटव को जनपद पंचायत पेटलावद से रामा स्थानान्तरित किया गया था। किन्तु जनपद पंचायत पेटलावद से जाटव को नवीन पदस्थपना स्थान पर भारमुक्त नहीं किया गया है। स्थानान्तरित कर्मचारियों को कार्यमुक्त होने पर उसका अंतिम वेतन प्रमाण पत्र नवीन पदस्थपना से संबंधित कार्यालय को 7 दिवस में अन्दर आवश्यक रूप से भेजने हेतु निर्देशित किये जाने के बाद भी आपके द्वारा स्थानान्तरित शासकीय सेवक को एक सप्ताह के अन्दर कार्यमुक्त करने में रूचि नहीं ली गई है। आपका उक्त कृत्य पदेन कर्तव्यों के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही की श्रेणी में आता है। अपने पदीय कर्तव्यों का निर्वहन न करते हुए शासकीय कार्य के प्रति लापरवाही एवं उदासीनता बरती जाना प्रमाणित होता है। अतः क्यो न इनके विरूद्व म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम-1965 की धारा (1), (2) एवं (3) का दोषी मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण एक सप्ताह में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। उक्त पत्र को जारी हुए 8 दिन से अधिक बित गए हैं, लेकिन कार्मचारी आज भी पेटलावद जनपद में पदस्थ है। बताया जा रहा है, जाटव जनपद पंचायत में अधिकारियों के लिए दलाली का कार्य करता है और जनपद में होनी वाली शिकायतो और कार्यवाही को लेकर अधिकारी के लिए भंझगड़ी का कार्य करता है। जिसके चलते नए-पुराने सारे साहब कर्मचारी पर मेहरबान हो कर शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
स्टे के नाम पर जमा हुआ निर्माण शाखा का पीसीओ रामरतन कंवर
कृपाराम जाटव के साथ-साथ जनपद पेटलावद से पीसीओ रामरतन कंवर का भी स्थांतरण हुआ था। अधिकारीयो से सेटिंगबाज़ कर्मचारी की सेटिंग नही जीम, तो न्यायालय से स्टे लेकर आज भी जनपद पेटलावद की निर्माण शाखा में पदस्थ हो कर बैठा हैं। जबकि स्थान्तरण वर्ष 2021 में लगभग दो वर्ष के पूर्व ही हो गया था। तब से शासन को चुनोती देने वाला कार्मचारी यही जमा हुआ। जिले से मिले कारण बताओ नोटिस से खुलासा होता है कि, किस प्रकार से मामूली कर्मचारी अपनी सेटिंग से एक स्थान पर वर्षो से तक जमे रहने में कामयाब होते है। जनपद पेटलावद में कार्यरत ऐसे कई कर्मचारी है, जो वर्षो से एक ही जगह रह कर काम कर रहे हैं। वर्ष 2023 चुनावी वर्ष है ऐसे में ऐसे कर्मचारियों को तत्काल स्थान्तरित कर देना चाहिए ताकि चुनाव प्रभावित न हो सके।