माही की गूंज, थांदला।
संत श्री मलूकदास जी, जैनाचार्य जवाहरलालजी, उमेशमुनिजी, पुण्यसागरजी के नाम से प्रसिद्ध नगर थांदला में विगत 3 सितंबर से श्री बाँकेबिहारी मंदिर, श्री शांति आश्रम, श्री सांवलिया सेठ मंदिर, श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर एवं श्री अष्ट हनुमान मंदिर(बावड़ी) पर चल रहे श्रीमद्भागवत सप्ताह का विराम 10 सितंबर शनिवार को हुआ। श्रीमद्भागवत सप्ताह के विराम पर स्थानीय श्री बाँकेबिहारी मंदिर थांदला से श्रीमद्भागवतजी तथा कथावाचकों की शोभायात्रा नगर में निकाली गई। समस्त कथावाचक क्रमश: श्री बालमुकुंद जी आचार्य, श्री किशोरजी आचार्य, श्री प्रदीपजी उपाध्याय (नागदा), श्री डाँ. उमेशजी शर्मा, पंडित श्री विनोदजी भारद्वाज (उज्जैन) सुसज्जित वाहन में सवार थे। शोभायात्रा में नगर के सभी धर्मप्रेमी सज्जन, माताएँ एवं बहने शामिल थी जो धार्मिक भजनों की धून पर नृत्य करते हुए चल रही थी। शोभायात्रा रामजी मंदिर, बोहरा बाजार, सांवलिया सेठ मंदिर होती हुई मठवाला कुआं पहूँची। नगर में जगह-जगह शोभायात्रा का पुष्प की वर्षा कर स्वागत किया गया व कथावाचकों का सम्मान किया गया। जवाहर मार्ग, आज़ाद मार्ग पिपली चौराहा होते हुए भगवान श्री ऋषभदेव, भगवान श्री नृसिंह मंदिर दीपमाला चौराहा पर पहुंची। गांधी चौक,सरदार पटेलमार्ग होते हुए समस्त कथावाचकों को ससम्मान उनके निवास पर पहुचाया। शोभायात्रा में शांतिआश्रम के महंत श्री सुखरामदासजी,बसमस्त संत समाज, अशोक अरोरा, कमलेश नागर, मणीलाल नागर, सुभाषचंद्र नागर, प्रेमनारायण नागर,हेमेंद्र नागर, दीपक आचार्य, मुरलीधर नागर, आशिष नागर, विपुल आचार्य, वत्सल आचार्य, महेन्द्र नागर, विनोद नागर(सेठी),नितिन नागर, ओमप्रकाश शर्मा, जितेंद्र कोठारी,रामलाल भाई राठौड़,मुकेश पांचाल, विपिन नागर, गोपाल नागर, भेरुभाई महते, मनीराम गवली, सचिन सोलंकी, राजू भाई धानक सहित सभी समाज के गणमान्य नागरिक, माताएँ एवं बहने शामिल हुए।