
माही की गूंज, थांदला।
स्वस्थ जीवन के लिए निरोगी काया मूलमंत्र हैं। स्वास्थय ही सबसे बडी पूंजी है, हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग को अपनी दिनचर्या में अनिवार्य रूप से शामिल करन है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क होता है, यह सर्व विदित है। स्वस्थ मस्तिष्क से हमारे जीवन में उत्साह,कार्यक्षमता व रचनात्मकता में वृद्धि होती है।
उक्त विचार विश्व योग दिवस एवं आजादी अमृत महोत्सव के अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं नेहरू युवा केन्द्र झाबुआ के तत्वाधान में प्राचार्य डॉ. जीसी मेहता ने महाविद्यालय स्टॉफ के साथ योग करने के उपरांत व्यक्त किए। प्रातः 6ः30 से 6ः40 तक मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का एवं 6ः40 से 7ः00 बजे तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संदेश के पश्चात् 7ः00 बजे से महाविद्यालय में डॉ. मीना मावी द्वारा सूर्य नमस्कार एवं योगासन किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संयोजक डॉ. बीएल डावर ने योग दिवस पर दैनिक जीवन में योग की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त किये। साथ ही प्रो. मनोहर सोलंकी ने स्वस्थ जीवन के लिए योग को आवष्यक बताया। इस अवसर पर नेहरू युवा केन्द्र झाबुआ के सौजन्य से वौलिटियर सुनील मावी ने स्वल्पाहार करवाया। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. पीटर डोडियार, प्रो. एसएस मुवेल, प्रो. मनोहर सोलंकी, प्रो. हिमांषु मालवीया, प्रो. कंचना बारस्कर, प्रो. छतरसिंह चौहान, प्रो. महेष कुमार तिवारी, डॉ. दीपिका जोषी, प्रो. मंजुला मण्डलोई, प्रो. स्वाति नावडे, विजय सिंह मावडा, केएस. चौहान, दिनेष मोरिया, फतिया खपेड़, दलसिंह मोरी, अजय मोरी, रमेष डामोर, विक्रम डामोर, सुनिल मावी सहित नेहरू युवा केन्द्र झाबुआ एंव बडी संख्या में विद्यार्थी एवं गणमान्य नागरिक ने सहभागिता की। शा. महाविद्यालय थांदला की राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ प्रभारी प्रो. एच डुडवे ने आभार व्यक्त किया।