माही की गूंज, झकनावदा।
चुनाव के आते ही सरकारी विभागों में 3 वर्ष या उससे अधिक समय से पदस्थ कर्मचारियों का स्थानांतरण चुनाव आयोग के निर्देशों अनुसार किया जाता है। इसी तारतम्य में विगत दिनों 21 और 22 मई को पुलिस अधीक्षक झाबुआ के द्वारा विभिन्न चौकियों से पुलिस जवानों का स्थानांतरण अन्यत्र जगह पर किया गया।
बात करे झकनावदा पुलिस चौकी से स्थान्तरित हुए आरक्षक पंकज राजावत की तो पुलिस विभाग ने आपनी मनमानी करते हुए उसे आज दिनांक तक रिलीव नही किया। उक्त स्थानांतरण चुनाव के मद्देनजर किया गया था लेकिन पुलिस विभाग ने आदेश की धज्जियाँ उड़ा दी। उक्त आरक्षक के ट्रांसफर के बाद 27 मई को आचार संहिता लागू हुई जिसकी आड़ में चौकी प्रभारी उक्त आरक्षक को रिलीव नही कर पाने का बहाना बना रहे है।
उक्त स्थानांतरिण के बाद झकनावदा में कई गंभीर मामलों में भी उक्त आरक्षक का हस्तक्षेप हो रहा है। सीएम हेल्पलाइन की शिकायत हटाने में दबाव बनाने से लेकर अन्य अपराधों में सांठ-गांठ की भूमिका आरक्षक की रही है।
उक्त मामले में चौकी प्रभारी से बात करना चाही परंतु उन्होंने संवाददाता का कॉल रिसीव ही नहीं किया। इस स्थिति में कहा जा सकता है कि, कहीं न कहीं चौकी प्रभारी उक्त आरक्षक को रिलीव नही कर चुनाव में किसी अवसर को भुनाना चाहते है...!