
माही की गूंज, थांदला।
7 मई शनिवार को भारतीय मित्र मंडल द्वारा एक विशाल अखिल भारतीय कवि सम्मेलन मुशायरा आयोजित किया। जिसमें देश के प्रसिद्ध कवि शायरों ने शिरकत की। अनिता आनंद मुकाती धार की सरस्वती वंदना और सिराज तन्हा अलीराजपुर की नाअते पाक से प्रारंभ हुआ और अलसुबह 4 बजे तक चला। जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ मंच संचालक इस्माईल नज़र देवास ने अपने बेबाक और चुटिले अंदाज में बेहतरीन संचालन किया। फिरोज़ सागर जोबट ने "मैं भारत बोल रहा हूं" के साथ ही सुन्दर गीतों की प्रस्तुति दी। मकसूद शाह हजलकार देवास ने "ये सरकारी अस्पताल है बेटा" और हास्य पंक्तियों से श्रोताओं का दिल जीता। वहीं इकबाल मोदी देवास ने भी संजीदा शेर व मुक्तकों से जनता की खूब प्रशंसा पाई। अपूर्व शुक्ला बड़वानी ने अपनी ओजस्वी रचनाओं से राष्ट्र भक्ति का संचार किया। सिराज तन्हा अलीरापुर ने राष्ट्रीय एकता को समर्पित अपनी गज़लो से श्रोताओं की खूब दाद बटोरी। अनिता आनंद मुकाती धार के श्रंगार गीतों ने खूब समां बांधा। वहीं चांद अंजुम जौहरी देवास ने अपने बेहतरीन शेर और मुक्तकों से नयी अनुभूति का संचार किया। अब्दुल सलाम खोकर रतलाम ने हिन्दी उर्दू मिश्रित हास्य व्यंग्य एवं संजीदा गज़लो से सम्मेलन को ऊंचाईयों तक पहुंचाया। मनोज दुबे मुम्बई के "बहुत याद आती है पापा तुम्हारी" गीत से श्रोताओं की आंखे नम हो गयी। जुझारसिंह भाटी रतलाम की करोड़पति कविता ने भी लोगों का मन जीत लिया। शरद जोशी शलभ धार ने कविता कैसी हो और मुक्तक छन्द सुनाए। मंच संचालक इस्माईल नज़र देवास ने "आज का हिन्दुस्तान" नज्म के रुप में नया चिंतन प्रस्तुत किया। अध्यक्षता कर रहे वाहिद फराज़ झाबुआ के मां, बाप, भाई, बहन व बच्चों पर प्रस्तुत शेरों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। सूत्रधार सरफ़राज़ भारतीय ने "हम अपने मुल्क के मेयार को गिरने नहीं देंगे" के साथ हास्य व्यंग्य पैरोडी सुनाकर श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी। आशीष नागर थांदला ने भी अपनी सुन्दर प्रस्तुति दी। क्षेत्र के ओजस्वी कवि निसार पठान एवं जगदीश राघव मेघनगर ने भी अपने काव्यपाठ से श्रोताओं का खूब प्रोत्साहन प्राप्त किया।
आल इंडिया बज्मे सईद झाबुआ द्वारा सभी कवि एवं शायर को शाने अदब के सम्मान से नवाजा गया। अन्त में आभार प्रदर्शन सूत्रधार सरफ़राज भारतीय द्वारा किया गया।