जिला मंत्री और एक जिला कार्यकारिणी सदस्य भी रहते है मंडल अध्यक्ष के गृहग्राम में
पेटलावद नगर में हुए आयोजन में मंडल अध्यक्ष ओर जिला महामंत्री के नेतृत्व को कार्यकर्ताओं ने नकारा
माही की गूंज, पेटलावद।
बुधवार को देश की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी भाजपा का 42 वा स्थापना दिवस मनाया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित किया। स्थापना दिवस को लेकर मध्यप्रदेश मे भी भाजपा ने अपने-अपने स्तर पर तैयारिया कर पीएम मोदी के संबोधन को लाइव सुनने व अन्य आयोजन करने की तैयारी की थी।
वहीं झाबुआ जिले मे बिखर चुकी भाजपा में 42 वे स्थापना दिवस को लेकर कोई खास उत्साह नजर नही आया। जिले के पेटलावद मंडल जो कि कट्टर भाजपा का माना जाता है और सैकड़ो कार्यकर्ताओ की सूची बूथ स्तर से जा चुकी हैं, वहां तो स्थिति बेहत ही खराब रही और भाजपा की यहाँ भारी किरकिरी हुई।
मंडल अध्यक्ष के गृहग्राम में नही हुआ आयोजन, जिलामंत्री और जिला कार्यकारिणी सदस्य भी रहते गाँव में
भाजपा की जमीनी स्तर पर हो रही दुर्गति का पता इसी से चलता है कि, पेटलावद मण्डल के अध्यक्ष संदीप मांडोत के गृहग्राम बामनिया जहा इससे पहले 41 स्थापना दिवस मनाये गए थे लेकिन 42 वे स्थापना दिवस पर कोई आयोजन नही हो पाया। सबसे बड़ी बात ये है कि, न केवल मंडल अध्यक्ष बल्कि भाजपा की जिला मंत्री व ग्राम पंचायत प्रधान रामकन्या मखोड और जिला कार्यकारिणी सदस्य ब्रजभूषण परिहार भी बामनिया रहते हैं जो खुद को कट्टर भाजपाई होने के दावे करते हैं। सूत्र बताते हैं कि, उक्त आयोजन को लेकर मंडल अध्यक्ष सहित अन्य जिम्मेदार पदाधिकारी द्वारा कोई प्रयास तक नही किये गए।
पेटलावद नगर में हुए आयोजन में मंडल अध्यक्ष ओर जिला महामंत्री के नेतृत्व को कार्यकर्ताओं ने नकारा
खेल सामग्री भ्रस्टाचार में नाम आने के बाद भाजपा के पेटलावद मण्डल अध्यक्ष संदीप मांडोत और पेटलावद के मंडल प्रभारी जिला महामंत्री कृष्णपाल सिंह गंगाखेड़ी के नेतृत्व को भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पूरी तरह से नकार दिया। भाजपा के 42 वे स्थापना दिवस पर अपनी नाक बचाने के लिए पेटलावद में आयोजन करने का प्रयास किया लेकिन इसमें भी की सफलता नही मिली। पेटलावद नगर में हुए आयोजन में भाजपा के कुल 15 लोगों ने भागीदारी की जो नगर में पहली बार इस प्रकार की दुर्गति हुई।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार मंडल अध्यक्ष मांडोत और महामंत्री गंगाखेड़ी ने कार्यकर्ताओं व भाजपा नेताओं को आयोजन में शामिल होने के लिए कई फोन किये लेकिन कार्यकर्ताओ ने दोनों के नेतृत्व को अस्वीकार करते हुए आयोजन में शामिल होने से मना कर दिया, तो कई कार्यकर्ता और मंडल और मोर्चे के पदाधिकारी झाबुआ के आयोजन में चले गए। पेटलावद में हुए आयोजन में कुल 15 लोग शामिल हुए, जबकि एक मण्डल की कार्यकरणी में लगभग 60 लोगो की संख्या होती है। मतलब आयोजन में मण्डल के 25 प्रतिशत सदस्यों ने भी आयोजन में भागीदारी नही की। जिससे पता चलता है कि, जमीन स्तर तक बूथ मैनेजमेंट का दावा करने वाली भाजपा की हकीकत सामने आ गई।
पेटलावद नगर में मण्डल द्वारा आयोजित आयोजन में मात्र 15 भाजपा नेता उपस्थित रहे।
पेटलावद एक टेंट हाउस वाले के यहां बैठ कर मात्र दस भाजपा नेता प्रधानमंत्री का सम्बोधन सुनते हुए।