Thursday, 28 ,March 2024
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

चूल देखने पहुँची भीड़ को नियंत्रित नही कर पाई पुलिस, दो पक्ष आपस मे भिड़े | भगोरिया पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया, मेले में उमड़ी भीड़ | नगर परिषद ने किया मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत | रथ यात्रा का ग्राम में हुआ आगमन | ठेकेदार की लापरवाही के चलते आए दिन हो रहे हादसे | श्रीमती चौहान का किया स्वागत | ड्रोन केमरे से भगोरिया पर्व पर पुलिस की रहेगी नजर, शांति समिति बैठक में लिया निर्णय | लोक पर्व भगोरिया में शांति, सुरक्षा और सावधानी के लिए थाना प्रभारी ने दी समझाइश | गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में हुआ यज्ञ | नरेंद्र मोदी विचार मंच विधि प्रकोष्ठ पदाधिकारीयो की नियुक्ति एवं महिला सम्मान कार्यक्रम का हुआ आयोजन | क्षेत्र में शराब माफियाओं के बढ़ता आतंक, अवैध शराब पकड़ रहे है लेकिन उससे जुड़े माफियायो के हौसले बुलंद | फांसी लगाकर युवती ने की आत्महत्या | अंतर्राज्यीय पत्रकार महासम्मेलन में एक हज़ार पत्रकार साथी हुए सम्मानित | विधायक सेना पटेल द्वारा करोड़ों के लागत के निर्माण कार्यों का भूमि पूजन संपन्न | भगोरिया होली का त्यौहार करने आ रहे ग्रामीणों का वाहन दुर्घटनाग्रस्त | एक नजर इधर भी: कलेक्टर मैडम एक दौरा खवासा क्षेत्र में भी कर लो... | 6 गांव के राजपूत समाज की बैठक में समाज के प्रति लिए अहम निर्णय | लोकसभा चुनाव की तारीखों का हुआ ऐलान, 19 अप्रैल से शुरू होगी वोटिंग, 4 जून को आएगा रिजल्ट | नवांकुर संस्था की सोशल फाऊंडेशन की बैठक का हुआ आयोजन | नवागत कलेक्टर ने भगोरिया क्षेत्र और छात्रावासों का किया निरीक्षण |

यूक्रेन युद्ध में डेंजर जोन में फँसे ग्राम जामली के युवक जयेश भटेवरा लौटे अपने गाँव, बोले धन्यवाद भारत सरकार
13, Mar 2022 2 years ago

image

स्थानीय प्रशासन ने नही ली गई कोई जानकारी

माही की गूंज, जमाली।

        यूक्रेन-रुस के बीच चल रहे युद्ध में क़रीब 15 दिन से सात सौ भारतीय छात्र-छात्राएँ सुमी शहर में फँसे हुए थे। उसमें ग्राम जामली के अंबालाल भटेवरा का पुत्र जयेश भटेवरा भी वहाँ के अभी के हालातों में फँस गये थे। जयेश भारत सरकार की मदद से कल अपने गाँव लोट आए है। जयेश ने बताया कि, सुमी शहर की हालत तो ओर भी ख़राब थे क्योंकि सूमी शहर जो कि यूक्रेन के पूर्वी भाग में स्थित हैं और रूसी सीमा के बहुत करीब है ओर रूसी सेनिक यही से दाखिल होते है। आगे जयेश ने बताया कि, हम भारतीय दूतावास से सम्पर्क में थे हमें आश्वासन भी मिल रहे थे कि जल्द ही सभी को भारत भेजा जाएगा। मगर लगातार दिन बढ़ते जा रहे थे और हमें डर लग रहा था और हमें पानी और खाने की की भी थोड़ी दिक़्क़तें आ रही थी। हम घबरा रहे थे कि क्या हम कभी भारत लौट पाएँगे। आखिरकार भगवान ने हमारी सुन ली और हमें एक दिन तैयार रहने का भारतीय दूतावास से मैसेज मिला और हमने अपनी तैयारी शुरू कर दी और भारत सरकार के माध्यम से भारतीय टीम हमें सोमी शहर से क़रीबन 500 किलोमीटर बस द्वारा एक लंबे रूट के माध्यम से वोतवा शहर लाई। उसके बाद वो हमें लवीव शहर से पौलेड तक ट्रेन के माध्यम से भेजा गया और हम पोलैंड आ गए। पोलैंड में हमारे लिए बढ़िया भोजन और रहने की व्यवस्था कर रखी थी। पोलैंड से हमें प्लेन से दिल्ली भेजा गया और यहाँ पर पर भी हमारा बहुत ही शानदार तरीक़े से स्वागत किया गया और हमें एमपी भवन में ले जाकर ठहराया गया, जहाँ पर हमें सभी तरह की सुविधाएँ भोजन, सोने की व्यवस्था बहुत ही अच्छी तरह से मिली। वहाँ पर हमसे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुलाक़ात कर हमारा हालचाल जाना और हमें सुकुशल भारत लौटने पर शुभकामनाएं दी। उसके बाद हमें रात को प्लैन से इंदौर भेजा गया और उस के बाद मैं अपने परिवार के साथ अपने गाँव लौट आया। आगे जयेश ने बताया कि, भारत सरकार की इस प्रकार से सहयोग के लिए और हमारा किसी प्रकार का कोई खर्च भारत लौटने में नही हुआ इसके लिए भारत सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद। 

स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने नही ली अब तक कोई जानकारी

        यूक्रेन में फंसे जयेश से जिला प्रशासन लगातार सम्पर्क में था लेकिन यूक्रेन से निकलने के बाद से घर पहुँचने के बाद जिला और स्थानीय प्रशासन ने कोई जानकारी नही ली। वही क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा भी कोई सूद नही ली गई।


माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |