उपस्थित नही हुए ठेकेदार, सभी पर करेगे कार्रवाई - तहसीलदार श्री वर्मा
माही की गूंज, पेटलावद।
क्षेत्र में चल रहे सड़क निर्माण कार्य मे बिना राजस्व विभाग की अनुमति के सरकारी भूमि से हजारों मेट्रिक टन अवैध मोरम और नदी का बंटा उठाकर सड़क के कार्य मे उपयोग लिया गया है। सूचना अधिकार में राजस्व विभाग से मिली चौकाने वाली जानकारी में खुलासा हुआ कि, बीते कई वर्षो से चल रहे विकास खण्ड में सड़क निर्माण के कार्य में लगे ठेकेदारो ने राजस्व विभाग से कोई अनुमति नही ली, न ही कोई आवेंदन किया। जिसके बाद गूंज द्वारा मामले को प्रमुखता से उठाया था और राजस्व विभाग और खनिज विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए गए थे कि, आखिर हर हल्के में पटवारियों की उपस्थिति होने के बाद भी इतने बड़े स्तर पर शासकीय भूमि से बिना किसी अनुमति के कैसे अवैध उत्खनन् सम्भव है। सूचना अधिकार में मामला जानकारी में आने के बाद भी राजस्व विभाग में पूर्व तहसीलदार जितेंद्र अलावा द्वारा सड़क निर्माण में लगी एजेंसीयो पर कोई कार्रवाई नही की गई।
खबर के बाद जागा राजस्व विभाग, केवल एक ठेकेदार को दिया नोटिस, वो भी तारीख पर नही हुआ उपस्थित
गूंज द्वारा खबर प्रकाशित करने के बाद प्रभारी तहसीलदार जगदीश वर्मा ने मामले में कार्यवाही करते हुए जाँच के बाद करडावद-करवड़ मार्ग के ठेकेदार मानसिंह तोमर को कारण बताया सूचना पत्र जारी किया। हालांकि क्षेत्र में चार से पांच ठेकेदार बीते दो वर्ष से सड़क निर्माण करने में लगे हैं, लेकिन तहसील न्यायालय से सिर्फ एक ही ठेकेदार को 25 जनवरी को नोटिस देकर 27 जनवरी को उपस्थित होने को कहा गया था, लेकिन जानकारी के अनुसार ठेकेदार की और से तहसील न्यायालय से दी गई तारीख पर कोई उपस्थित नही हुई। तहसीलदार जगदीश वर्मा का कहना है कि, जिन गांवो में कार्य चल रहा है या किया गया है, उन सभी की जांच कर सभी को नोटिस दिए जाएंगे। फिलहाल देहंदी मार्ग के ठेकेदार को नोटिस जारी किया है, जो अभी उपस्थित नही हुआ है, राजस्व विभाग द्वारा इस सम्बंध में कार्रवाई की जायेगी।